बीकानेर Abhayindia.com नालन्दा पब्लिक सी.सै. स्कूल में आज बसंत पंचमी के अवसर पर वि़द्यालय प्रांगण मे कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शाला प्राचार्य राजेश रंगा ने की। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर शाला प्राचार्य राजेश रंगा ने बसंत पंचमी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थियों को ज्ञान और सद्बुद्धि की प्राप्ति के लिए मां शारदे की नित आराधना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाते हैं। इसे श्री पंचमी एवं ज्ञान पंचमी भी कहते हैं। बसंत को ऋतुराज भी कहते हैं। बसंत की महिमा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि ’’ऋतुनां कुसुमाकरा’’ अर्थात ’मैं ऋतुओं में बसंत हूं’ कहकर बसंत को अपना स्वरूप प्रदान किया।
इस अवसर पर शाला के विद्यार्थियों द्वारा एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना, कविता, श्लोक, प्रेरक प्रसंग व भजन प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम का समां बांध दिया। कार्यक्रम में विद्यालय की दिव्या ओझा, कृतिका रंगा, यज्ञश्री व्यास, जहान्वी बोहरा, अदीति जोशी, खुशी गहलोत, मुग्धा सोनगरा, समृद्धि पारीक, स्नेहा भारती, पूजिता पंवार, भावना पुरी, मोनिका व्यास, लक्षिका छंगाणी व अदीति ओझा ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। इसके साथ ही शाला के विद्यार्थी माधव पारीक ने हारमोनियम पर सरस्वती स्तुति प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में शाला के करूणा क्लब प्रभारी हरिनारायण आचार्य कहा कि आज के दिन हमें पीले रंग की वस्तुओं का दान करना चाहिए तथा पीले पुष्पों से माता की आराधना करने से आंतरिक कुशलता में वृद्धि होती है।
कार्यक्रम के अंत में शाला की अध्यापिका हेमलता व्यास, प्रियंका व्यास, सीमा स्वामी व प्रीति राजपूत ने विद्यार्थियों को प्रसाद वितरण करते हुए गुलाल लगाकर शुभाशीष दी। कार्यक्रम में शाला के विजय गोपाल पुरोहित, गिरधर जोशी, राजेश ओझा, उमेश सिंह चौहान, भवानी सिंह, कार्तिक मोदी, अविनाश व्यास ने अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई। अंत में आशीष रंगा ने सभी का आभार ज्ञापित किया।