सुरेश बोड़ा/जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनावों में महिलाओं ने मतदान के प्रति जबर्दस्त उत्साह दिखाते हुए रिकॉर्ड कायम कर दिया था। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों में महिलाओं ने प्रदेश के इतिहास के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए 75.44 प्रतिशत वोट किया था, जबकि पुरुषों ने 75. 87 वोट किया था। रणनीतिकारों की मानें तो वोट प्रतिशत बढऩा भाजपा के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसके मद्देनजर इस बार दोनों ही पार्टियां महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए तमाम कोशिशों में जुट गई है। पिछले चुनाव में भाजपा ने अधिकांश ऐसी सीटों पर जीत दर्ज की, जहां महिलाओं की वोटिंग अच्छी–खासी संख्या में हुई। अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि पिछली बार तरह का ट्रेंड इस विधानसभा चुनाव में बरकरार रहेगा या बदल जाएगा?
आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले हुए विधानसभा चुनावों में पुरुषों की तुलना में महिलाएं मतदान के मामले में पिछड़ती रही है। अब तक के हुए चुनावों में महिला मतदाता लगभग दो से 15 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में पिछड़ती थी, लेकिन वर्ष 2013 में महिलाओं ने सारी कमियां पूरी करते हुए वोट प्रतिशत में पुरुषों की लगभग बराबरी कर ली।
आपकों बता दें कि वर्ष 1972 में महिलाओं का वोट प्रतिशत करीब 50 रहा था। महिलाओं को मतदान के प्रति जागरूक करने में और 75 प्रतिशत का आंकड़ा पार करने में करीब 46 साल लगे हैं। वर्ष 2003 में पहला मौका रहा, जब महिलाएं 60 प्रतिशत से अधिक वोटिंग कर सकी। तब महिलाओं ने 64 प्रतिशत वोटिंग दर्ज कराई थी।
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