बीकानेर abhayindia.com नगर निगम में कार्यरत सफाई कार्मिकों के परिवार की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने की कवायद शुरू हो रही है। इन महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा, ताकि वे आजीविका चलाने में महत्ती भागीदारी निभा सके। इसके लिए नगर निगम की महापौर सुशीला कंवर पहल कर रही है।
सफाई कर्मियों के हित के लिए उनके परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से स्वतन्त्र बनाने की दिशा में कार्य योजना बनाई जा रही है। महापौर ने निगम में कार्यरत सभी सफाई कार्मिकों के परिवार से एक-एक महिला को दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जोडऩे की योजना तैयार की है।
बनाएंगे 140 समूह
इसके तहत 1400 महिलाओं के 140 स्वयं सहायता समूह बनाए जाएंगे, प्रत्येक स्वयं सहायता समूह में 10 महिलाएं होंगी। इन स्वयं सहायता समूह को पंजीकृत कर इनके बैंक खाते खुलवाए जाएंगे। प्रत्येक स्वयं सहायता समूह को पंजीकरण के 3 माह बाद 10 हजार रुपए रिवोल्विंग फंड के रूप में दिए जाएंगे। इस राशि का उपयोग स्वयं सहायता समूह आपस में इंटर लोनिंग या किसी व्यावसायिक गतिविधि को शुरू करने में कर सकेंगी।
योग्यता अनुसार चयन
इन स्वयं सहायता समूहों को महिलाओं के कौशल एवं योग्यता के अनुसार बनाया जाएगा। महापौर सुशीला कंवर ने बताया कि इन स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार एवं स्वरोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
जैविक खाद से अगरबत्ती तक
स्वयं सहायता समूहों को नगर निगम की ओर से संग्रहित गीले कचरे से जैविक खाद बनाकर उसे बेचने का कार्य, धर्म स्थलों से एकत्रित फूल एवं मालाओं से अगरबत्ती बनाने का कार्य कराया जाएगा। इससे कचरे का निस्तारण भी हो जाएगा। खाद की बिक्री करने से महिलाओं के लिए आजीविका का एक साधन बन जाएगा। कुछ स्वयं सहायता समूहों को पापड़, बड़ी, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, टिफिन सेन्टर सरीखे स्वरोजगार के कार्यों से जोड़ा जाएगा। समूह को 10 लाख रुपए तक का ऋण अनुदानित ब्याज दर पर उपलब्ध कराने का प्रावधान है।