नई दिल्ली/जयपुर Abhayindia.com देश में सर्दी अब अपने असली रंग आ गई है। कश्मीर में 40 दिन तक चलने वाली कड़ाके की सर्दी वाली अवधि ‘चिल्लई कलां’ शुरू हो गई। इधर, राजस्थान में शीतलहर के बीच बारिश का दौर शुरू हो गया है। बीकानेर संभाग में देर रात से शुरू हुई हल्की बारिश का दौर सुबह तक रूक-रूक कर जारी रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, ‘चिल्लई कलां’ की पहली रात को कश्मीर घाटी में रात का तापमान जमाव बिंदु से कई डिग्री नीचे चला गया। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया, जो 1974 के बाद से सबसे ठंडी रात थी। मौसम केंद्र के अनुसार 1974 में न्यूनतम तापमान शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया था। इसके अलावा, सबसे कम तापमान का रेकॉर्ड शून्य से 12.8 डिग्री सेल्सियस कम है, जो 13 दिसंबर, 1964 को दर्ज किया गया था।
इधर, राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से सर्दी का अहसास बढ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 दिसंबर से भरतपुर, जयपुर संभाग के 11 जिलों में बादल छा सकते हैं। कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। 26-27 दिसंबर को बारिश और ज्यादा तेज हो सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले गिरने की भी आशंका है।