बीकानेर abhayindia.com नगर निगम के वर्तमान निर्वाचित भाजपा बोर्ड की अंतिम साधारण सभा बुधवार को आयुक्त समेत अधिकांश अधिकारियों की गैर मौजूदगी में हुई। इसे महापौर नारायण चौपड़ा की नाकामी बताकर विपक्ष के पार्षदों ने महापौर के खिलाफ जमकर हाय-तौबा मचाई। बैठक शुरू होने के कुछ समय तक अधिकांश अधिकारी सदन में नहीं पहुंचे, फिर कुछ अफसर तो आ गए, लेकिन आयुक्त प्रदीप के गवांडे समेत कई अफसर नहीं आए। साधारण सभा की बैठक अफसरों की गैर मौजूदगी को लेकर निशाना साधते हुए नेता प्रतिपक्ष जावेद पडि़हार और निर्दलीय पार्षद आदर्श शर्मा ने कहा कि महापौर की नाकामी के कारण नगर निगम के प्रशासनिक अफसर सुनवाई ही नहीं करते।
इस घटनाक्रम के बाद महापौर नारायण चौपड़ा ने शोर-शराबे के बीच अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई। महापौर ने कहा कि भाजपा बोर्ड के कार्यकाल में नगर निगम ने शहर में ऐतिहासिक विकास कार्य करवाएं और अनेक समस्याओं से जनता को राहत दिलाई। इस दौरान विपक्षी पार्षदों ने भाजपा बोर्ड के कार्यकाल को भ्रष्टाचार और नाकामी का कार्यकाल बताते हुए तीखे शब्दों में विरोध दर्ज कराया तो सत्ता पक्ष की लॉबी में आक्रोश व्याप्त हो गया और उन्होने विपक्ष के पार्षदों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसे सदन में हंगामेबाजी शुरू हो गई। विपक्ष के पार्षदों ने कहा कि शहर समस्याओं से ग्रस्त है और महापौर सदन में थोथी उपलब्धियां गिना रहे है।
कॉलोनियों को निगम सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव
शोर-शराबे के बीच करीब ढाई घंटे तक चली नगर निगम साधारण सभा की बैठक में जयपुर रोड स्थित पचास से अधिक कॉलोनियों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। जबकि आरक्षित दरों में संशोधन और नगरीय विकास कर की बकाया राशि वसूली के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। नेता प्रतिपक्ष जावेद पडि़हार ने बताया कि एजेण्डों की बिना तैयारी और निगम निगम के प्रशासनिक अफसरों की गैर मौजूदगी में हुई साधारण सभा की बैठक महज औपचारिक रही है, वहीं सत्ता और विपक्ष के पार्षदों ने जयपुर रोड की कॉलोनियों को नगर निगम सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव पारित होने की सराहना की।
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