Sunday, May 5, 2024
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अनूठी प्रतियोगिता : हर चौके-छक्‍के पर स्‍टेडियम में गूंज रहे राजस्थानी भाषा की मान्यता के नारे

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बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर जिले में श्रीडूंगरगढ़ के गांव बींझासर में मायड़भासा राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए वीर तेजाजी स्टेडियम में वीर तेजाजी ओपन क्रिकेट प्रतियोगिता चल रही है। बींझासर गांव शिक्षा और खेलों के प्रति बेहद जागरूक और सजग गांव रहा है। यह प्रतियोगिता आईपीएल की तर्ज पर होती है और ग्रामीण स्तर की फ्रेंचाईंजी अपनी अपनी टीमों को मैदान में उतारते हैं। चूंकि प्रतियोगिता ओपन है इसलिए फ्रेंचाइजी कहीं से भी खिलाड़ी बोली लगाकर खरीद सकती है इसलिए राजस्थान भर के जानेमाने खिलाड़ी यहाँ अपना दमखम दिखाने आते हैं। इस प्रतियोगिता में हर वर्ष किसी ज्वलंत सामाजिक या जनहित के मुद्दे को उद्देश्य के रूप में रखा जाता है जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह, बेरोजगारी व अन्‍य। इस बार का मुद्दा है राजस्थान की मातृभासा राजस्थानी की राजभासा और संवैधानिक मान्यता का।

आयोजन समिति के डूंगरराम नैण और भागीरथ भूकर ने बताया कि हम खेल के माध्यम से सबको राजस्थानी भाषा के प्रचार प्रसार और बढावा देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। गांव के सरपंच मुखराम नैण ने बताया कि राजस्थानी भाषा को राजभासा राज्य सरकार को बनाना चाहिए, इससे स्थानीय रोजगार को बढावा मिलेगा तथा हमारी भाषा और संस्कृति का संवर्धन होगा। यहाँ यह प्रतियोगिता 1 जनवरी 2023 से चल रही है। हर चौके, छक्के और विकेट पर राजस्थानी भाषा की मान्यता के नारों से स्टेडियम गूंज उठता है। इसमें पहले लीग मेच हुए फिर दूसरे राउंड में सुपर 8 और फिर सेमीफाइनल और आखिर में फाईनल होगा। विजेता टीम को 21000 तथा उपविजेता टीम को 11000 रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। मखमली धोरों में चल रही इस अनूठी प्रतियोगिता को सब जगह से सराहना मिल रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी प्रेरणा हमें राजस्थानी युवा समिति के राजस्थानी भाषा के लिए चल रहे आंदोलन से मिली।

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