अभय इंडिया डेस्क. टीम इंडिया के मौजूदा खिलाडिय़ों में से अधिकतर खिलाडिय़ों ने अंडर-19 और रणजी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम में जगह मिली थी। इस तरह टीम इंडिया के लिए एक और युवा खिलाड़ी तैयार हो रहा है। रणजीे में मुंबई की ओर से खेलने वाले पृथ्वी शॉ ने दमदार प्रदर्शन कर खुद की काबीलियत साबित की। पृथ्वी ने मुंबई की ओर से खेलते हुए आंध्रप्रदेश के खिलाफ रणजी मैच में शानदार शतक लगाया। उन्होंने सिद्धेश लाड के साथ 224 गेंदों में 112 रनों की साझेदारी की।
पृथ्वी अभी सिर्फ 18 साल के हैं और उन्होंने सिर्फ सात मैचों में अब तक 5 प्रथम श्रेणी शतक बना चुके हैं। इनमें से 4 शतक तो सिर्फ रणजी मैचों में हैं। वह रणजी में इस उम्र में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। प्रथम श्रेणी मैचों में भी वह सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। उनसे आगे सिर्फ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर हैं। सचिन ने इस उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 7 शतक जमाए थे। पृथ्वी का बैटिंग रिकॉर्ड बहुत ही अच्छा रहा है। उन्होंने पिछले सभी सात मैचों में 50 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं। इसके अलावा 13 पारियों में सिर्फ 6 मौके ऐसे हैं, जब वो अर्धशतक लगाने से चूक गये। पृथ्वी ने लिस्ट ए के 6 मैच खेले हैं, जिनमें 71 रन बनाए हैं। वहीं प्रथम श्रेणी के 6 मैचों में 759 रन बनाए हैं।