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बीकानेर abhayindia.com सावन माह की शुरुआत 17 जुलाई से हो रही है। इस बार यह माह कई शुभ संयोग लेकर आ रहा है। शिव आराधना के लिए विशेष शुभ माने जाने वाले इस माह में बनने विशेष संयोग इसे और खास बना देंगे। पवित्र सावन माह में इस बार 12 दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग रहेगा। इसी तरह अमृत सिद्धि योग और रवि योग के संयोग भी महीने में कई बार आएंगे। सावन माह 17 जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त रक्षाबंधन तक रहेगा।
सर्वविदित है कि सावन माह भगवान शिव को विशेष प्रिय माना जाता है, और पूरे माह में भगवान भोलेनाथ की आराधना होती है। ऐसा माना जाता है कि देवशयन के बाद सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु चार माह तक क्षीर सागर में विश्राम करते हैं, और भगवान भोलेनाथ सृष्टि की बागडौर संभालते हैं। सावन माह में भगवान भोलेनाथ प्रकृति के सौंदर्य को निहारते हैं और विद्यमान रहते हैं। इसलिए सावन में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा का विधान है।
पंडित गेवरचंद भादाणी के अनुसार सावन माह की शुरुआत बुधवार के दिन और उत्तराषाढ़ नक्षत्र में होगी। शुभ दिन और शुभ नक्षत्र में शुरुआत होने से सावन में अच्छी बारिश होगी और सुख समृद्धि बढ़ेगी। पूरे माह में नौ दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। यह एक सिद्धि योग माना गया है। इसमें शुभ कार्य, विशेष अनुष्ठान आदि करना फलकारी होता है। वैसे तो पूरा सावन माह ही शिव आराधना, रूद्राभिषेक, अभिषेक के लिए विशेष शुभ माना जाता है, लेकिन सर्वार्थ सिद्धि योग के दिन भोलेनाथ का रूद्राभिषेक करना अत्यंत फलदायी होता है।
इस बार खास होंगे चारों सोमवार
पंडित गेवरचंद भादाणी ने बताया कि इस बार सावन माह में चार सोमवार है, और चारों ही सोमवार के दिन विशेष संयोग रहेंगे। इसमें दो सोमवार पर पंचमी तिथि आ रही है और दो सोमवार पर प्रदोष रहेगा। पंचमी वाले सोमवार के दिन जिन लोगों को कालसर्प दोष है, उनके लिए विशेष शुभ रहेगा। इस दिन अभिषेक, पूजा अर्चना करने से इस दोष के दुष्प्रभाव से राहत मिलेगी। इसी प्रकार जिस सोमवार को प्रदोष है, उस दिन अभिषेक, रूद्राभिषेक, पूजा अर्चना करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा मिलेगी और रूके हुए काम पूरे होंगे। सावन के पहले सोमवार 22 जुलाई को मोना पंचमी और5 अगस्त के दो सोमवार पर नागपंचमी होगी। इसी प्रकार 29 जुलाई और 12 अगस्त के सोमवार पर प्रदोष रहेगा और इस दिन सोम प्रदोष का संयोग बनेगा।
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