बीकानेर abhayindia.com शहर में सुव्यवस्थित बसावट और विकास की दुहाई देने वाला नगर विकास न्यास (यूआईटी) का सिस्टम पटरी से उतरा हुआ नजर आ रहा है। यूआईटी के अधिकारी न तो अपनी आवासीय कॉलोनियों का विकास कर पा रहे हैं और न ही वहां हो रहे अतिक्रमण को रोकने का प्रयास। ऐसे में इन कॉलोनियों में ऊंचें दामों पर भूखंड करने वाले लोग खुद को अब ठगा सा महसूस करने लगे है।
यूआईटी ने नत्थूसर गेट के बाहर हरोलाई हनुमान मंदिर आवासीय कॉलोनी में करीब दो साल पहले बडी संख्या में भूखंड आवंटित किए थे। तब कॉलोनी में पानी, बिजली सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सब्जबाग भी दिखाए गए, लेकिन इसके बाद इस ओर रुख भी नहीं किया। भूखंड आवंटियों का कहना है कि इस कॉलोनी में उन लोगों को भी भूखंड दिए गए जो मुरलीधर व्यास कॉलोनी आवासीय योजना में भूखंड से वंचित रह गए थे। उन्होंने पहले भूखंड के लिए तीन दशक तक इंतजार किया और अब यहां भूखंड मिल गया तो विकास का नामोनिशां नहीं है।
आवंटियों ने बताया कि इस कॉलोनी में विकास के लिए कई बार यूआईटी प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। इस क्षेत्र में पुष्करणा छात्रावास के लिए भी जमीन आवंटित की जा चुकी है, लेकिन विकास के नाम पर एक धेला भी खर्च नहीं किया जा रहा है। आवंटियों ने बताया कि बिजली के खंभे नहीं लगे होने से शाम ढलते ही क्षेत्र में असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं। वे यहां अक्सर शराबखोरी करते हुए माहौल खराब करते है, लेकिन पुलिस की गश्त नजर नहीं आती।
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