इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को सुबह 6 बजकर 12 मिनट से शुरू हो जाएगा। यह ग्रहण सुबह 10 बजकर 16 मिनट पर खत्म होगा। मान्यता है कि ग्रहण का प्रभाव मानव जीवन पर भी पड़ता है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा के कुछ हिस्सों में मात्र हल्की सी परछाई पड़ेगी। ज्योतिष शास्त्र में उपछाया चंद्र ग्रहण की मान्यता नहीं है इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए भी सूतक काल प्रभावी नहीं रहेगा। हालांकि ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर भी पड़ेगा। वृषभ, सिंह, तुला, धनु और मकर राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शुभदायी साबित होगा।