










बीकानेर abhayindia.com शहर के सार्दुलगंज स्थित जीवनरक्षा अस्पताल में इलाज में लापरवाही से हुई महिला की मौत के मामले में पुलिस ने अस्पताल के चिकित्सक को थाने में तलब कर लिया है। आपको बता दें कि बुधवार को अस्पताल में भर्ती महिला रोगी शारदा की गलत इंजेक्शन के कारण मौत होने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने डॉक्टर और नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर खूब हंगामा मचाया। इस बीच डॉक्टर विकास पारीक मौके से निकल गए। मामला ज्यादा गर्माने की सूचना मिलने के बाद सदर थाना पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों से समझाइश कर उन्हें कार्रवाई करने का आश्वासन देकर शांत कराया। देर रात थाना पुलिस ने इस मामले को लेकर जीवनरक्षा होस्पीटल के डॉ.विकास पारीक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार बल्लभ गॉर्डन निवासी महेन्द्र कुमार मोदी ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि मेरी पत्नी शारदा (52) को मामूली बुखार और उल्टियां हुई थी, जिसे इलाज के लिये जीवनरक्षा अस्पताल ले गये तो डॉ. विकास पारीक ने पीडि़ता को पीलिया से ग्रस्त होना बताकर अस्पताल में इंजेक्शन लगाने के बाद भर्ती कर लिया। दिनभर भर्ती रखने के बाद उसकी पीडि़ता की देखभाल नहीं की गई। दोपहर में पीडि़ता को घबराहट हुई और शरीर भी सुन्न हो गया, लेकिन उसे संभालने के लिये डॉ. विकास पारीक दिनभर नहीं आये। शाम को भी उन्होने पीडि़ता की बिगड़ी तबीयत को नजरअंदाज कर नर्स को इंजेक्शन लगाने के लिये कह दिया। इंजेक्शन लगाने के कुछ मिनटों बाद ही पीडि़ता की सांसे थम गई। पुलिस ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
इधर, शारदा मोदी की मौत के मामले में जांच कराकर दोषी जनों पर कार्रवाई की मांग को लेकर पंजाबी-खत्री मोदी समाज के लोगों ने पीबीएम में मुर्दाघर के बाहर धरना शुरू कर दिया। धरने का नेतृत्व कर रहे दिनेश मोदी ने बताया कि इस मामले में डॉक्टर की घौर लापरवाही के कारण शारदा मोदी को अकाल मौत का शिकार होना पड़ा है। ऐसे डॉक्टर की तुरंत गिरफ्तारी की जाये। धरना देने वालों में पूर्व पार्षद दीपक अरोड़ा, शांतिलाल मोदी, पूनम मोदी, घनश्याम मोदी समेत बड़ी तादाद में पंजाबी, खत्री मोदी समाज के लोग शामिल थे। जिन्हे समझाइस कर पुलिस ने धरने से हटाया।
पुलिस ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा
इस मामले को लेकर विरोध कर रहे मृतका के परिजनों और पंजाबी, खत्री मोदी समाज के लोगों को समझाइश कर सदर सीआई ऋषिराज सिंह ने भरोसा दिलाया कि जीवनरक्षा अस्पताल में हुई शारदा देवी की मौत के इस मामले को लेकर निष्पक्ष जांच कर दोषी पाये जाने आरोपी की गिरफ्तारी की जायेगी। उन्होने बताया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते मृतका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है। पीडि़त पक्ष के बयान दर्ज कर लिये गये है आरोपी डॉक्टर विकास पारीक के बयान दर्ज करने के लिये थाने तलब किया गया है।
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