Friday, May 3, 2024
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गलत दवाइयों के सेवन से किशोर बालिका को आ रहीं थी समस्या, डाॅ. सोनी ने दिया ईलाज का आश्वासन

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बीकानेर abhayindia.com पी.बी.एम.अस्पताल के टी.बी.एवं श्वश्न रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.गुंजन सोनी ने रोजड़ी, छतरगढ़ निवासी, डबबाली (हरियाणा) प्रवासी एक किशोर बालिका के सही रोग को पकड़ा तथा पूर्ण इलाज का आश्वासन दिया। गलत टी.बी. व अन्य गलत दवाइयों के सेवन से इस किशोर बालिका को अन्य बीमारियों के ग्रसित होने व शारीरिक क्षमता के कम की समस्या आ रहीं थी।

किशोर बालिका सुश्री राधा बेनीवाल पुत्री खेतीहर किसान साहब राम बेनीवाल को दो तीन साल से सांस की तकलीफ थीं। बारहवीं की यह छात्रा ना तो खेलकूद सकती नाहीं दूसरी लड़कियों की तरह  नृृत्य कर सकती थीं। सांस फूलने की बीमारी के कारण उसके लिए कुछ कदम तय करना भी मुश्किल था। बेटी की स्थिति को देखकर माता-पिता व परिजन चिंता में रहते थे।  उन्होंने डब्बाली (हरियाणा) के उप मंडल अस्पताल में इस किशोरी को दिखाया, चिकित्सक ने टी.बी.व अस्थमा रोग बताकर छह माह का कोर्स दे दिया। टी.बी. व अस्थमा नहीं होने से बालिका राधा का स्वास्थ्य निरन्तर गिर रहा था, ईलाज में बड़ी रकम व्यय करने के बावजूद स्वास्थ्य लाभ नहीं हो रहा था।

दो बहनों में सबसे छोटी राधा बेनीवाल को क्षेत्र के लोगों ने पी.बी.एम. अस्पताल के टी.बी.एवं श्वसन रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.गुंजन सोनी को दिखाने की सलाह दी। सोमवार को पिता व भाई ने डाॅ.गुंजन सोनी को दिखाया तथा सारी परिस्थितियों से अवगत करवाया। डाॅ.सोनी ने सिटी स्केन करवाई उसमें टी.बी. व अस्थमा रोग नहीं निकला। जांच में किशोर बालिका के एक साइड की श्वास नली में रूकावट का पता चला। श्वास नली में रुकावट के कारण एक फेफड़े में आॅक्सीजन नहीं पहुंच रहीं थी। हजारों लोगों में एक-दो रोगियों में इस तरह के एक श्वासन नली में रूकावट के मामले सामने आते है। बालिका को अस्पताल में भर्ती रहकर श्वास नली में रूकावट के कारणों का पता लगाकर शीध्र सही ईलाज करने की सलाह दी गई। किशोर बालिका के साथ कोई महिला साथ नहीं होने के कारण परिजनों ने कुछ दिन बाद अस्पताल में भर्ती रहकर ईलाज करवाने का निश्चय किया।

डाॅ.गुंजन सोनी ने बताया कि भारत सरकार व राजस्थान सरकार भी विशेष अभियान चलाकार कन्या भू्रण हत्या को रोकने, बालिकाओं को कुपोषण व खून की कमी सहित विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए सघनता से कार्य कर रहीं है। सरकार कई योजनाओं के माध्यम से बालिकाओं की सही शिक्षा व चिकित्सा के लिए प्रेरित कर रही है। सरकार की मंशा के अनुसार हमारे जैसे चिकित्सकों का भी नैतिक व सामाजिक दायित्व बनता है कि सभी रोगियों का विशेषकर बालिकाओं का सही व कम खर्च पर बेहतर ईलाज किया जाए। सरकार की भावना के अनुसार ही उन्होंने किशोरी बालिका के रोग की सही पहचान कर बेहतर ईलाज की सलाह दी है। बालिका व उनके पिता ने डाॅ.गुंजन सोनी व सरकार की बेटियांें को श्रेष्ठ ईलाज व प्रोत्साहन की योजना पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आभार व्यक्त किया।

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