बीकानेर Abhayndia.com बीकानेर में बीजेएस रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा आज न्यायिक कार्यवाहियों के व्यवहारिक एवं तकनीकी ज्ञान की जानकारी के अन्तर्गत बीकानेर के विभिन्न न्यायालयों का भ्रमण किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने बताया कि विद्यार्थियों ने महाविद्य़ालय के व्याख्याताओं डॉ बाल मुकुन्द व्यास, डॉ रीतेश व्यास, डॉ. शराफत अली, डॉ. प्रीति कोचर, डॉ. परवेज सिंधी, डॉ. पीयूष किराडू, पवन सारस्वत, सुनीता लूणिया के नेतृत्व में अलग–अलग समूह बनाकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट व सिविल न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालयों में चल रही सिविल एवं फौजदारी प्रकरणों के विभिन्न स्तरों के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा न्यायालय में चल रहे मुकदमे में वकीलों की बहस को सुना व प्रक्रियात्मक कार्यवाहियों का अवलोकन किया व न्यायालय की तकनीकी प्रक्रियाओं को जाना।
पारिवारिक न्यायालय संख्या 1 में न्यायाधीश सुशील कुमार जैन ने विद्यार्थियों को विभिन्न मामले में सी.आर.पी.सी. धारा 125 तथा हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 13 में विवाह विच्छेद से संबधित प्रक्रियात्मक कार्यवाही की व्यवहारिक जानकारी देते हुए कानूनी बारिकियों से अवगत कराया। इसके साथ ही न्यायाधीश ने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शान्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रदान की। न्यायालय भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने न्यायालय की लाइब्रेरी का भी अवलोकन किया जिसके साथ ही विद्यार्थियों को विभिन्न विद्वान अधिवक्ताओं ने सम्बोधित किया।
इस अवसर पर बीकानेर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं बार कॉसिंल ऑफ राजस्थान के सदस्य एडवोकेट कुलदीप शर्मा ने विद्यार्थियों को बार काउंसिल ऑफ इण्डिया में रजिस्ट्रेशन तथा ऑल इण्डिया बार एक्जाम में आने वाली प्रक्रियात्मक बारिकियों को समझाया।
विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए बार एसोशिएशन बीकानेर के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट विवेक शर्मा ने सी.पी.सी. ऑर्डर 7 तथा ऑर्डर 8 के अनुसार न्यायालय में कार्यप्रणाली को समझाया तथा प्रक्रियात्मक विधियों के न्यायिक प्रक्रिया में महत्व को बताते हुए कहा कि सीपीसी तथा सीआरपीसी का व्यवहारिक ज्ञान प्रत्येक विधि विद्यार्थी तथा अधिवक्ता के लिए आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के बारे में भी विद्यार्थियों को अवगत करवाया। इस अवसर पर बार एसोशिएसन के अध्यक्ष एडवोकेट बिहारी सिंह विश्नोई ने भी छात्रों को प्रेरित किया।
विद्यार्थियों को वरिष्ठ अधिवक्ता ओम हर्ष ने सेशन न्यायालय में क्रीमिनल मामलों में सेशन ट्रायल के बारे में विद्यार्थियों को प्रक्रियात्मक पहलुओं के बारे में जानकारी दी। न्यायिक भ्रमण के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश व्यास एवं अधिवक्ता चतुर्भुज सारस्वत ने भी विद्यार्थियों को न्यायालय की प्रक्रियात्मक बारिकियों के बारे में अवगत करवाया।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के सचिव एडवोकेट हितेश छंगाणी, उपाध्यक्ष एडवोकेट धर्मेन्द्र वर्मा, एडवोकेट मनोज विश्नोई ने भी विद्यार्थियों को न्यायिक भ्रमण के दौरान सक्रिय सहयोग किया।
प्रायोगिक प्रभारी डॉ. रीतेश व्यास ने पीठासीन अधिकारियों तथा बीकानेर बार के अधिवक्ताओं एवं स्टाफ का सक्रिय सहयोग के लिए महाविद्यालय की ओर से आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व विद्यार्थियों के द्वारा बार एसोशिएसन बीकानेर तथा न्यायिक अधिकारियों के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता रणजीत सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि प्रदान की।