Sunday, May 19, 2024
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एसकेआरएयू : बीकानेर में खजूर की हुई बम्पर पैदावार, 20 को होगी नीलामी

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बीकानेर abhayindia.com स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के खजूर फार्म में इस बार खजूर की बम्पर पैदावार हुई है।  लगभग 600 पौधे खजूर के फलों से लदे हुए हैं। गुरुवार को इन फलों की नीलामी की जाएगी।

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कृषि अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. प्रकाश सिंह शेखावत ने बताया कि खजूर फार्म पर वर्तमान में 34 किस्मों पर अनसुंधान कार्य चल रहा है। इनमें बरहीहलावीखूनिजी तथा मेडजूल किस्में सर्वाधिक लोकप्रिय हैं। मेडजूल किस्म का उपयोग छुहारे बनाने में किया जाता है। खजूर के फलों में परिपक्वता की चार अवस्थाएं होती हैं। इन्हें गंडोराडोकाडेंग तथा पिंड अवस्थाएं कहा जाता है। बीकानेर में सामान्यतया डोका अवस्था में खजूर के फल तोड़े जाते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से लोगों में खजूर के प्रति आकर्षण बढ़ा है। जुलाई-अगस्त के दौरान इनकी भरपूर मांग रहती है। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा इस बार 20 जून को प्रातः 11 बजे खजूर फार्म में इन फलों की नीलामी की जाएगी।

माना जाता है पूर्ण आहार

खजूर फार्म प्रभारी डॉ. ए.आर. नकवी ने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार खजूर मधुरपौष्टिकबलवर्द्धकश्रमहाकरपित्तनाशकवीर्यवर्द्धक होता है। खजूर में विटामिनप्रोटीनरेशेकार्बोहाइड्रेड और शर्करा होने के कारण इसे पूर्ण आहार कहा जाता है। इसी कारण उपवास के दिन भी ऊर्जा की आपूर्ति के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

भरपूर मात्रा में होता है आयरन

वैज्ञानिक (उद्यान विभाग) डॉ. राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि खजूर में भरपूर मात्रा में आयरन होता हैजो शरीर में खून की कमी को दूर करता है। खजूर में मौजूद विटामिन बालों को मजबूत बनाते हैं तथा इसके नियमित उपयोग से झड़ते बालों की समस्या दूर हो जाती है। खजूर में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोजफेक्ट्रोज और सुक्रोज पाया जाता है। इस कारण तुरंत ताकत के लिए खजूर का सेवन बेहद लाभदायक होता है। खजूर में कैल्सिमयमैगनीज और कॉपर की मात्रा होती है। इसके सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है।

एसकेआरएयूः योग शिविर में बताए आयुर्वेदिक नुस्खे

बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय और योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान् में विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित हो रहे योग शिविर के दूसरे दिन आयुर्वेदिक पद्धति से विभिन्न रोगों के निदान की चर्चा की गई। डॉ. देवाराम काकड़ ने गैसएसिडिटी सहित विभिन्न रोगों के निदान के नुस्खे बताए। योग शिक्षिका डॉ. उषा शर्मा ने कहा कि नियमित योगाभ्यास से तन-मन स्वस्थ रहता है।

उन्होंने योग, आसन एवं प्राणायाम के बारे में बताया। छात्र कल्याण निदेशक प्रो. वीरसिंह ने बताया कि शिविर में विश्वविद्यालय के अधिकारीकर्मचारीउनक परिजन भाग ले रहे हैं। शिविर का समापन 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर होगा। योग दिवस समारोह के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। योग प्रशिक्षक डॉ. बृजेन्द्र त्रिपाठी ने योगाभ्यास करवाया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. राजेश शर्माडॉ. एन. के. शर्माडाॅ. विमला डुकवालडॉ. एस. एल गोदारा तथा डॉ. नरेन्द्र पारीक आदि मौजूद रहे।

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