Sunday, May 19, 2024
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पीबीएम अस्‍पताल में दिखा डॉक्टरों की हड़ताल का व्यापक असर, गुहार लगाते रहे….

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बीकानेर abhayindia.com कोलकाता के नील रतन सरकारी मेडिकल कॉलेज में इंटर्न पर जानलेवा हमले के विरोध में सोमवार को जिले के सभी सरकारी निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने आउटडोर सेवाओं के बहिष्कार की चेतावनी का सोमवार केा जिला आरबीएम अस्पताल में पूर्ण असर दिखा। जिले के पीबीएम जिला अस्पताल सहित अनेक स्वास्थ्य केन्द्रों  में सोमवार को ओपीडी में सेवाएं पूरी तरह ठप रही। जिला अस्पताल में दिखाने आए मरीजों को निराश लौटना पड़ा। हालांकियहां पर चिकित्सक मौजूद रहेलेकिन उन्होंने आउटडोर में किसी भी मरीज की जांच नहीं की। मरीज चिकित्सकों से गुहार लगाते रहेलेकिन वह कार्य बहिष्कार की अपनी मजबूरी जताते रहे। ऐसा ही असर ग्रामीण क्षेत्र में भी दिखायहां भी मरीज परेशान होकर भटकते रहे।

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वहींवार्ड में पहले से भर्ती मरीजों की वरिष्ठ चिकित्सकों ने जांच जरुर की। इस दौरान मरीजों ने रोष भी प्रकट किया। दिखाने आए मरीज परिजन दूरदूराज गांवों से आए हैं। चिकित्सक को दिखाने के लिए कल फिर आना पड़ेगा। इससे आनेजाने में कई तरह की परेशानी होती है। वार्डों में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद चिकित्सकों ने पट्टी बांध कर विरोध जताया। चिकित्सकों ने चेतावनी दी कि अगर डॉक्टर्स पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई आंदोलन उग्र किया जाएगा। चिकित्सकों की 24 घंटे ओपीडी की हड़ताल में मरीजों को परामर्श नहीं देंगे। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ट्रोमा सेंटर में चिकित्सक मौजूद रहे। गौरतलब है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर प्राइवेट सरकारी चिकित्सक 24 घंटे कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया था।

आईएमए अध्यक्ष डॉ. अबरार पंवार ने बताया कि पश्चिम बंगाल में डाक्टर्स के साथ हुई मारपीट के विरोध में राज्य में आईएमए की ओर से ओपीडी बंद रखने का निर्णय लिया गया था। इस विरोध में सभी सरकारी गैर सरकारी चिकित्सक शामिल हैं। मंगलवार सुबह छह बजे तक चिकित्सक आउटडोर में मरीजों को परामर्श नहीं देंगे। लेकिन आपातकालीन सेवा किसी भी तरह की एमरजेंसी होने पर चिकित्सक कार्य करेंगे।

अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र सुथार ने बताया कि कोलकाता में इंटर्न पर हमले के आरोपी के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई हिंसा के खिलाफ केन्द्रीय अधिनियम की मांग करते हुए आज सरकारी निजी अस्पतालों के आउटडोर में चिकित्सक सेवाएं बंद रखी। कोलकाता की घटना के विरोध में 17 जून सुबह 6 बजे से 18 जून सुबह 6 बजे तक कार्य बहिष्कार रहेगा। इस दौरान आपातकालीन सेवाओं के अलावा अन्य सेवाएं बंद रहेंगी। यदि कोई गम्भीर मरीज अस्पताल पहुंचेगा तो उसका आपातकालीन सेवा में उपचार किया जाएगा।

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