बेंगलुरु। भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन ने बेंगलुरु में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मैच में रिकॉर्ड शतक जड़ दिया है। साथ ही धवन ने एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया, जिसे दुनिया का कोई भी बल्लेबाज नहीं तोड़ पाएगा।
इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। शिखर धवन ने शुरू से ही अफगानिस्तान के गेंदबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। अफगान टीम के सभी गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए शिखर ने 87 गेंदों का सामना करते हुए शतक ठोक दिया। टेस्ट क्रिकेट में उनकी सातवीं सेंचुरी रही। इस पारी के दौरान 18 चौकों के साथ 3 छक्के भी जड़े। धवन इस पारी में 107 रन बनाकर आउट हो गए। अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में शतक जडऩे वाले शिखर धवन पहले खिलाड़ी बन गए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ भविष्य में और भी खिलाड़ी शतक जमाएंगे, लेकिन इस टीम के खिलाफ पहला शतक लगाने का रिकॉर्ड शिखर धवन के नाम ही रहेगा और उनसे ये उपलब्धि की बराबरी भी कोई नहीं कर पाएगा।
शिखर धवन ये उपलब्धि हासिल नहीं कर पाते अगर अंपायर से गलती न हुई होती। भारतीय पारी का दसवां ओवर चल रहा था। अफगानिस्तान की ओर से वफादार गेंदबाज़ी कर रहे थे और इस ओवर की पांचवी गेंद (9.5) को शिखर धवन को जीवनदान मिला। वफादार की गेंद शिखर धवन के बल्ले से लगकर विकेटकीपर अहमद शहजाद के हाथों में चली गई थी अफगान टीम ने जोरशोर के साथ अपील भी की, लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया।
वहीं अफगानिस्तान की टीम से भी गलती हो गई कि उन्होंने रिब्यू का इस्तेमाल नहीं किया और धवन नॉट आउट रह गए। जब ये घटना घटी तो शिखर 23 रन बनाकर खेल रहे थे। इस मैच में धवन ने पहले दिन के लंच से पहले ही सेंचुरी ठोक दी। इसी के साथ टीम इंडिया के गब्बर भारत की ओर से ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। इससे पहले दुनिया में सिर्फ पांच ही बल्लेबाज ऐसा कर सके हैं।
शानदार हुई शुरूआत
भारत के पहले बल्लेबाजी के फैसला को भारतीय बल्लेबाज़ों ने सही साबित किया। शिखर धवन और मुरली विजय ने भारत का शानदार आगाज कराया। मुरली विजय शुरुआत में छोड़ी सावधानी से खेलते नजऱ आए। पहले दिन के लंच तक इन दोनों बल्लेबाज़ों ने 157 रन की नाबाद साझेदारी कर ली थी। लेकिन लंच के बाद शिखर धवन का ध्यान भटका और वो 107 रन के स्कोर पर अहमदजई की गेंद पर नबी को कैच दे बैठे। इसी के साथ अहमदजई अफगानिस्तान की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पहली विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए। भारत को पहला झटका 168 रन के स्कोर पर लगा।