अभय इंडिया डेस्क। सावन के महीने में देशभर के शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। विशेषतौर पर सावन के पहले सोमवार के दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। अगर आप भी सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करके आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो शिवलिंग की पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जानिये ये बातें -:
सभी कार्य होंगे ऐसे पूरे
सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय दोनों हथेलियों से शिवलिंग को रगड़ें। यह ऐसे होना चाहिए जैसे आप शिवजी के पैर दबा रहे हों। माना जाता है कि इससे भाग्य की बाधा दूर होती है और आरोग्य सुख के साथ जीवन में प्रगति की रफ्तार तेज होती है।
इस मंत्र का 108 बार जप
यदि आपके पास गाड़ी नहीं है और आप वाहन की सुविधा चाहते हैं तो सावन में प्रत्येक दिन शिवलिंग पर पूजा करते समय चमेली के पुष्प चढ़ाएं और Óओम नम: शिवायÓ का 108 बार जप करें। मान्यता है कि इससे वाहन और भौतिक सुख की प्राप्ति होती है।
इस उपाय से होगी मदद
यदि आप बार-बार बीमार रहते हैं और आपको दवाइयों से भी आराम नहीं मिल रहा हो, ऐसी स्थिति में आप पानी में दूध तथा काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। माना जाता है कि इससे रोगों से जल्दी ही निजात मिलती है। याद रखें इस उपाय के साथ चिकित्सक से उपचार करवाते रहें।
आर्थिक स्थिति होगी सही
घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है तो सावन में हर रोज शिवलिंग पर अखंडित चावल (अक्षत) चढ़ाएं। इससे भगवान शिव के साथ माता लक्ष्मीजी की भी कृपा होती है। इससे मानसिक और आर्थिक मजबूती मिलती है।
धतूरे से करें शिवजी की पूजा
यदि आपको संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो रही है तो सावन में प्रत्येक दिन शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाएं। मान्यताओं के अनुसार इससे संतान सुख के प्रबल योग बनते हैं।
इस तरह मिलेगा फल
मेहनत करने के बाद भी यदि आपको कार्य में सफलता नहीं मिल रही है तो सावन में प्रत्येक दिन पारद शिवलिंग की पूजा करें। घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करवा सकते हैं।
ग्रह दोष का ऐसे होगा निवारण
यदि आपकी कुंडली में शनि दोष है या फिर किसी प्रकार से शनि आपको परेशान कर रहे हैं तो जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। कुंडली में मंगल दोष है तो घर में पके हुए चावलों से भगवान शिव का पूजन करें।
वैवाहिक जीवन में आनंद के लिए
यदि आपके विवाह में देरी हो रही है या फिर वैवाहिक जीवन में सब-कुछ ठीक नहीं चल रहा है तो सावन में प्रत्येक दिन जल में केसर मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। माता पार्वती की भी पूजा करें।