जयपुर abhayindia.com प्रदेश उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने निकाय प्रमुख के चुनाव को लेकर अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध करते हुए साफतौर पर कहा है कि मैं इससे सहमत नहीं हूं। पायलट ने कहा कि बिना चुनाव लड़े मेयर सभापति चुनने की केबिनेट मे चर्चा नहीं हुई है। पायलट ने कहा कि हमने पहले सीधे अध्यक्ष चुनने की बात कही थी, लेकिन उसको बाद में बदल दिया गया, वहां तक तो ठीक था, लेकिन हाइब्रिड नाम दिया जा रहा है, मैं समझता हूं कि यह निर्णय सही नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मैं तो महाराष्ट्र चुनाव मे प्रचार में लगा हुआ था, हमें तो यह जानकारी अखबारों से मिली। जो पार्षद का चुनाव नहीं जीत सकता, उसको सीधा मेयर बनाना गलत है। उन्होंने कहा कि मैं इस निर्णय से सहमत नहीं हूं। इससे बैकडोर एंट्री को बढ़ावा मिलेगा। ये निर्णय मंत्रालय ने लिया है। संगठन, कैबिनेट और विधायकों से इस संबंध में कोई चर्चा नहीं की गई।
पायलट ने कहा कि जो व्यक्ति पार्षद का चुनाव नहीं जीत सकता, उसे निकाय प्रमुख का चुनाव लड़ाना सही नहीं है। कांग्रेस हमेशा लोकतंत्र को मजबूत करने की बात करती आई है, लेकिन मुझे नहीं लगता इस निर्णय से लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी।