जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में अगले विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट वितरण का काम अभी बहुत दूर है लेकिन इसे लेकर पार्टियां एक्टिव मोड पर है। इस बीच, खबर है कि कांग्रेस में इस बार कई उम्रदराज विधायकों और मंत्रियों के टिकट कट सकते हैं। हाल में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का बयान खासा चर्चा में है जिसमें उन्होंने कहा था कि बड़ी उम्र वाले लोगों को अपने आप ही कुर्सी का मोह त्याग देना चाहिए। इसमें कहने की जरूरत नहीं होती है। राजनीति में कटऑफ एज नहीं हो सकती। कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जो युवाओं को मौका देती है। कांग्रेस बुजुर्ग और अनुभवी नेताओं को साथ लेकर चलती है। युवाओं को आगे बढ़ाते रहते हैं। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक भरत सिंह कुंदनपुर का बयान भी सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा कि गहलोत जी खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहें कि मैं मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं हूं। नए लोगों को
आगे करूंगा। इन नेताओं के बयानों के बाद पार्टी में उम्रदराज नेताओं को लेकर बहस तेज हो गई है। इस बीच, आपको बता दें कि वर्तमान में कांग्रेस के 106 विधायकों में से 75 विधायकों की उम्र 50 वर्ष से ज्यादा हैं। 50 से कम उम्र वालों में सिर्फ अशोक चांदना, भंवर सिंह भाटी, टीकाराम जूली और सालेह मोहम्मद हैं।
70 पार हैं नौ मंत्री : कांग्रेस में 70 साल या उससे ज्यादा उम्र के 9 मंत्री हैं। इनमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, शांति धारीवाल, परसादीलाल मीणा, हेमाराम चौधरी, बीडी कल्ला, सुखराम विश्नोई, बृजेंद्र ओला, उदयलाल आंजना शामिल हैं। इसी तरह 80 साल या उससे ज्यादा उम्र के 4 विधायक हैं। इनमें बाड़मेर के शिव से विधायक अमीन खान, रामनारायण मीणा, जौहरीलाल मीणा, दीपेद्र खैरिया शामिल हैं।