जयपुर Abhayindia.com सी-विजिल एप का उपयोग कर राजस्थान में विधानसभा आम चुनाव की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले सामने लाने में सजग और जिम्मेदार नागरिक प्रभावी भूमिका निभा रहे हैं। इस वर्ष आचार संहिता लगने के बाद से अब तक 9300 से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें सी-विजिल एप के माध्यम से मिल चुकी हैं। वर्ष 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव आचार संहिता के दौरान सी-विजिल एप पर 4440 शिकायतें ही मिली थीं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इस बार मात्र 20 दिन में ही गत विधानसभा चुनाव के मुकाबले दोगुनी से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायते सी-विजिल एप पर मिली हैं। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित कराने में आमजन स्वयं सजगता और सतर्कता के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जयपुर और अलवर जिलों में सबसे अधिक क्रमशः 1426 और 1073 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। एप पर प्राप्त हो रही इन शिकायतों पर औसतन 29 मिनट में कार्रवाई हो रही है। कार्रवाई योग्य पाई गई 2661 शिकायतों में से 88 प्रतिशत का निस्तारण तय समय सीमा यानी 100 मिनट के भीतर कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि कार्रवाई में लगने वाले समय की बात करें तो अलवर, चित्तौड़गढ़ में सबसे तेज औसतन 10 मिनट और करौली, दौसा एवं सवाईमाधोपुर में औसतन 14 मिनट में इन शिकायतों का निस्तारण हो रहा है। इस प्रकार, सी-विजिल पर प्राप्त शिकायतों पर रिकॉर्ड समय में कार्रवाई हो रही है।
गुप्ता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर सघन निगरानी रखने के लिए ‘सी-विजिल‘ एप भारत निर्वाचन आयोग की एक बेहतरीन पहल है। प्रदेशवासी इस एप को अधिकाधिक डाउनलोड कर तस्वीर, वीडियो और दस्तावेजी साक्ष्य के साथ शिकायत कर आचार संहिता की पालना सुनिश्चित कराने में सहयोग करें और लोकतंत्र के इस उत्सव में अपनी भागीदारी निभाएं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता चाहे तो अपनी पहचान गोपनीय रखने का विकल्प भी चुन सकता है।