जयपुर abhayindia.com राजस्थान के 49 निकायों में 2105 वार्डों में 15 नवम्बर को हुए चुनाव के बाद मंगलवार को आए नतीजों से सियासी तस्वीर साफ हो गई है। आपको बता दें कि 2 हजार 105 वार्डों में से सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस 961 वार्डों में विजयी हुई है, जबकि भाजपा 737 वार्डों में ही जीत पाई है। निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना दमखम दिखाते हुए 386 वार्डो में जीत दर्ज कर ली है। ऐसे में अब यह बिल्कुल साफ हो गया है कि कई जगह निकाय प्रमुख बनाने में निर्दलीय पार्षदों का समर्थन लेना पड़ेगा। इसके अलावा नतीजों में बसपा के 16, सीपीआईएम 3 और एनसीपी को 2 सीट मिली हैं।
जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में 20 से ज्यादा निकायों में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय है। हालांकि, बीकानेर, उदयपुर नगर निगम में भाजपा ने सफलता का परचम लहराया है। इधर, भरतपुर नगर निगम में कांग्रेस को निर्दलीय पार्षदों के सहारे की जरुरत पड़ेगी। भाजपा को आधा दर्जन निकायों में स्पष्ट बहुमत मिला है।
अब 26 नवंबर को निकाय प्रमुखों का चुनाव होगा, ऐसे में जहां निर्दलीय भारी हैं वहां उनकी मान मनुहार की जा रही है। इस बीच, बोर्ड बनवाने और निकाय प्रमुखों के चुनाव को लेकर भाजपा-कांग्रेस ने अपने-अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी भी शुरू कर दी है। जीते हुए पार्षदों को शहरी क्षेत्र से दूर रिसोर्ट और होटलों में ठहराया जा रहा है।