बीकानेर abhayindia.com पुष्करणा सावे को लेकर शहर में रौनक परवान चढ़ रही है। जिन घरों में लड़के-लड़की का विवाह होना है, उनमें बटुकों के यज्ञोपिवत संस्कार भी चल रहे हैं।
वहीं बुधवार से हाथधान की रस्म शुरू हो जाएगी। जिनके विवाह 18 फरवरी को होने ने उनके हाथधान होंगे। पंचागकर्ता पंडित राजेन्द्र किराड़ू के अनुसार इस बार भवानी शंकर-अम्बिका नाम से सावा निकाला गया था। इसके लिए 15 अक्टूबर को इस बार सावा स्थापित किया गया। इस दिन विद्वान पंडि़तों ने आपस में शास्त्रोत कर सावा स्थापित किया था। वहीं २ नवंबर को सावे के कार्यक्रम निर्धारित किए गए थे।
पंडि़त किराड़ू के अनुसार व्यास जाति की कन्याओं के विवाह संस्कार कार्यक्रम के तहत हाथधान -माघ सुदी 13 सोमवार 14 फरवरी से ही शुरू हो गए। इसी तरह मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा फाल्गुन बदी प्रतिपदा, गुरूवार 17 फरवरी को रात्रि में रहेगी। इसी तरह पाणिग्रहण संस्कार फाल्गुन बदी द्वितीया शुक्रवार 18 फरवरी गोधूली बेला में होंगे।
सर्वत्र विवाह कार्यक्रम:
हाथधान :-सर्वत्र
माघ सुदी पूर्णिमा, बधुवार, 16 फरवरी सुबह 10:15 बजे बाद से।
मातृका स्थापना व गणेश परिक्रमा-
फाल्गुन बदी प्रतिपदा, गुरुवार, 17 फरवरी रात्रि को।
पाणिग्रहण संस्कार : फाल्गुन बदी द्वितीया शुक्रवार, 18 फरवरी गोधूली बेला।
बरी, मुहूर्त व गुड्डीजान सर्वत्र फाल्गुन बदी पंचमी, सोमवार 21 फरवरी।