जयपुर abhayindia.com राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के विधायक पुखराज गर्ग और इंद्रा बावरी को नागौर में पुलिस पूछताछ के लिए पेश होने के लिए दिए गए नोटिस को विशेषाधिकार का हनन बताते हुए विपक्ष ने राजस्थान विधानसभा में खूब हंगामा मचाया। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने सदन में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी सरकार का पक्ष आने के बाद कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
आपको बता दें कि नागौर में बीते वर्ष बंजारों की बस्ती से अतिक्रमण हटाने पर हुए उग्र आंदोलन मामले में आरएलपी के दोनों विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच के लिए विधायक पुखराज गर्ग और इंद्रा बावरी को दो मार्च को सीआईडी सीबी नागौर में पूछताछ के लिए पेश होने का नोटिस दिया गया था। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने चलती विधानसभा में विधायकों को पूछताछ के लिए नोटिस देने को विशेषाधिकार का हनन बताया।
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उपनेता राठौड़ ने कहा कि विधायकों के घरों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। उन्हें आरोपी लिखा गया है, यह सब भगोड़ा घोषित करने की साजिश है। राठौड़ के बाद विधायक पुखराज गर्ग और इंद्रा बावरी ने नोटिस के बारे में सदन में बताया। इंद्रा बावरी ने कहा- ‘पुलिस हमारे बच्चों को धमका रही है। पुलिसवालों ने बच्चों को धमकाते हुए कहा कि मम्मी को दिखाओ। पुलिस को यह अधिकार किसने दिया? पुलिसवाले हमें जयपुर आकर धमका रहे हैं. हमारा यहां सदन में रहना जरूरी है या पुलिस के सामने पूछताछ के लिए जाना जरूरी है? एफआईआर दर्ज होना आरोप सिद्ध होना नहीं होता। रालोपा विधायक नारायण बेनीवाल ने भी कहा कि विधायकों को धमकाया जा रहा है।
इस बीच, मंत्री डॉ. बीडी कल्ला और रमेश मीणा ने विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव को नियमानुसार पेश न करने की बात कहते हुए इसे गलत करार दिया, जबकि विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार का जवाब आने के बाद कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।