Tuesday, May 7, 2024
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पायलट फिर हुए हमलावर, बोले- पूरे सिस्‍टम को बदलने की जरूरत

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अजमेर Abhayindia.com राजस्‍थान के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट लगातार गहलोत सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। पायलट ने आज अपनी जन संघर्ष यात्रा के दूसरे दिन अजमेर के किशनगढ़ में एक बस की छत से सभा को संबोधित किया। इस सभा में पायलट ने नकल प्रकरण को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि हाल ही में, एक राजस्‍थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) सदस्य को गिरफ्तार किया गया था। इतिहास में पहली बार आरपीएससी के क‍िसी सदस्य को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में पूरे सिस्‍टम‘ (व्यवस्था) को बदलने की जरूरत है। इसके लिए मेरा संघर्ष जनता के लिए है।

सभा के दौरान पायलट का समर्थकों ने गर्मजोशी से स्‍वागत किया। जिंदाबाद के नारे लगाए। फूल बरसाए। इस दौरान पायलट ने कहा कि जन संघर्ष यात्रा का मकसद नौजवानों में विश्वास कायम रखना है। प्रदेश में पेपरलीक मामले में तह तक जाना बहुत जरुरी है, जांच से पहले यह कहना कि इसमें कोई अधिकारी नेता शामिल नहीं है गलत है। उन्होंने कहा कि अजमेर शिक्षा का केंद्र है और हम राजधानी की और जा रहे है। हम प्रतिशोध की भावना से काम नहीं कर रहे हैं।

पायलट ने भ्रष्‍टाचार को लेकर कहा कि एक का मकान तोड़ दिया लेकिन कटारा के यहां बुलडोजर क्यों नही चला। आरपीएससी का चयन पारदर्शी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे लम्बे समय से उठा रहे हैं और सरकार के छह से सात महीने और बचे है, भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर अनशन तक किया गया, क्या कुछ नहीं किया गया। पायलट ने कहा कि हमने तो वसुंधरा राजे को तब निशाने पर लिया जब सत्ता में थी। उन पर शराब, खान घोटाले के आरोप लगाये। उनकी जांच हो।

उन्‍होंने कहा कि जनता सब जानती है, अमर्यादित भाषा कौन बोलता है सब जानते है। जो मुद्दा उठा रहे हैं उन्हीं पर सवाल खड़े किए गए। उन्होंने कहा आप सबको अटकले लगाने की जरूरत नहीं है मैंने जो बोला सबके सामने बोला, पद की आकांशा का आरोप नहीं लगा सकते हैं। मैंने आरोप वसुंधरा राजे सरकार पर लगाया तो ये पार्टी की अनुशासनहीनता कैसे हो गई। अनुशासनहीनता तो 25 सितम्बर को हुई। उन्होंने कहा कि यह इतिहास में पहली बार हुआ जब आलाकमान के भेजे नेताओ को बेइज्जत किया गया।

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