भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की रिहाई को जहां भारतीय मीडिया ने भारत की कूटनीतिक जीत करार दिया, वहीं पाकिस्तान की मीडिया इसे अपने देश की दरियादिली बता रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया में जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन रिहाई से पहले जारी किए गए वीडियो को भी प्रमुखता से जगह दी गई।
प्रमुख अंग्रेज़ी अख़बार द डॉन ने लिखा है– तनाव कम करने के प्रयास में पाकिस्तान ने बंदी बनाए गए भारतीय पायलट को घर वापस भेजा। अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तान सेना की ओर से जारी किए गए विंग कमांडर अभिनंदन के वीडियो का भी उल्लेख किया है। वीडियो में अभिनंदन कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना की तारीफ और भारतीय मीडिया की आलोचना करते नजऱ आए थे।
एक संपादकीय में द डॉन ने लिखा है– धीमे–धीमे और संवर्धित रूप से क्षेत्र भले ही तुलनात्मक सामान्यता की ओर बढ़ रहा हो, लेकिन मौजूदा संकट को ख़त्म करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
द डॉन ने लिखा– अब देखना ये होगा कि भारतीय सरकार पायलट की रिहाई के बाद कैसी प्रतिक्रिया देती है। द डॉन ने अपनी एक रिपोर्ट में ये भी कहा है कि जॉर्डन के शाह ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता का प्रस्ताव भी दिया है.
द ट्रिब्यून अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपने में देरी करने के आरोपों को खारिज किया। अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि– भारतीय अधिकारियों को रिहाई का वक्त सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक का बताया गया था। अखबार ने लिखा कि पायलट को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सम्मान के साथ कैद में रखा गया था।
द नेशन ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि अभिनंदन की रिहाई में देरी भारतीय अधिकारियों के कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने में आना–कानी करने की वजह से हुई। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अधिकारियों ने हस्ताक्षर करने से पहले उच्च अधिकारियों से वार्ता की और इसमें समय खर्च हुआ।
द न्यूज़ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा– अभिनंदन का विमान जब मार गिराया गया तब वो हमला करने के लिए निशाना खोज रहे थे। अभिनंदन की रिहाई से ठीक पहले पाकिस्तानी सेना ने उनका एक और वीडियो जारी किया था।
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