बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। पुलिस को यदि आप अपनी गाड़ी में लिफ्ट नहीं देंगे तो वे आपके सफर में कभी भी अड़ंगा लगा सकते हैं। इसका उदाहरण शनिवार को श्रीडूंगरगढ़ और रतनगढ़ पुलिस ने पेश कर दिया।
घटनाक्रम के अनुसार बीकानेर से अनीश सकसेना दत्ता शनिवार दोपहर करीब बारह बजे बीकानेर से अपनी कार से जयपुर के लिए रवाना हुए थे। रास्ते में श्रीडूंगरगढ़ में मुख्य सड़क पर एक पुलिसकर्मी ने उनकी कार रोककर कहा कि ये हमारे टीआई साहब हैं, इन्हें आप रतनगढ़ तक अपनी गाड़ी में छोड़ दो। अनीश ने जब उन्हें मना कर दिया तो पुलिसकर्मी तैश में आ गया। उसके बाद हालांकि उन्हें वहां से जाने दिया, लेकिन जैसे ही अनीश रतनगढ़ पहुंचा तो वहां पुलिसकर्मियों ने उन्हें घेर कर रोक लिया। यहां पर पुलिस ने उनकी गाड़ी की पूरी तरह तलाशी कराई, जबकि इस दरम्यान अन्य गाडियों को बिना तलाशी ही जाने दिया गया। अनीश की कार की तलाशी के दौरान पुलिस को कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली, आखिरकार पुलिस ने हालांकि उन्हें छोड़ दिया। पुलिस के दुर्व्यवहार से परेशान अनीश ने बताया कि उसने चूंकि श्रीडूंगरगढ़ में पुलिस को लिफ्ट देने से मना कर दिया था, इसलिए उसके साथ रतनगढ़ में इस तरह व्यवहार किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज बीकानेर में, ऐसे साधेंगे समीकरण
बीकानेर विधानसभा सीट : 1952 से अब तक निर्वाचित विधायक, देखें सूची