







बीकानेरAbhayindia.com खम्मा-खम्मा ओ बाबा रुणिचा रा धणिया, थांने तो ध्यावे आखो मारवाड़ रे…लोक देवता बाबा रामदेवजी का अवतरण दिवस आज भादव माह की द्वितीया(दूज) है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन लोक देवता रामदेवजी ने जन्म लिया था। इस कारण भादव माह की दूज का खास महत्व है।
आस्थावान लोग इस दिन उपवास रखते हैं। रामदेवजी मंदिरों के आगे मेले सा माहौल रहता है। लेकिन इस बार आस्था पर कोरोना साया भारी पड़ रहा है। इसके चलते सभी मंदिर बंद पड़े हैं। भादव माह की द्वितीय होने के कारण बीकानेर शहरी क्षेत्र में स्थिति बाबा रामदेवजी के मंदिरों में निजी पुजारियों ने पूजा-अर्चना व आरती की। आम तौर हर साल इस दिन बाबा रामदेवजी के मंदिरों में दर्शनार्थियों की कतारें लगती थी। लेकिन इस बार कोरोना का असर है।
निजी पुजारी ने किया शृंगार…
सुजानदेसर स्थित मंदिर में निजी पुजारी परिवार ने प्रतिमा का शृंगार किया, पूजा-अर्चना की। अल सुबह में आरती की। क्षेत्र के मिलन गहलोत ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मेला नहीं भरा। इसी तरह शहरी क्षेत्र में रामदेवजी के अन्य मंदिरों में भी निजी पुजारी ने ही पूजा-अर्चना की।



