बीकानेर Abhayindia.com नोखा में आमजन की बिजली से संबंधित समस्याओं के निवारण के लिए नगरपालिका अध्यक्ष नारायण झंवर के नेतृत्व में हजारों की संख्या में ग्रामीण व कस्बेवासी गुरुवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचे और आमरण अनशन शुरू किया।
पालिका अध्यक्ष नारायण झंवर ने बताया कि 19 जुलाई को एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर विद्युत समस्याओं का निस्तारण करवाकर आमजन को राहत दिलाने की मांग की थी, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों की अकर्मण्यता के कारण आमजन को राहत नहीं दी गई।
इस दौरान रामसिंह चरकड़ा, पार्षद अंकित तोषनीवाल, जगदीश मांझू, सदाम हुसैन, मनोज डूडी, सुखराम भादू, घनश्याम बिश्नोई, गोपीराम लखारा, जयकिशन जाट, आशीष प्रताणी, लीलाधर लखारा, सवाईसिंह चरकड़ा, अक्षयसिंह सिंजगुरु, राणुसिंह, मगनाराम केड़ली, बजरंग पालीवाल, राजाराम भादू, रामसिंह चरकड़ा आदि मौजूद रहे। इधर, अनशन स्थल पर नोखा थानाधिकारी ईश्वरप्रसाद जांगिड़ के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मुस्तैद रही। इस दौरान थानाधिकारी स्वयं नवलीगेट पर यातायात व्यवस्था सुचारू करने में लगे रहे।
ये हैं 10 सूत्री मांगें…
1. नोखा शहरी क्षेत्र दो भागों रेलवे लाइन के पूर्वी तरफ एवं रेलवे लाइन के पश्चिम की तरफ बंटा हुआ है, जिसमें से एक क्षेत्र में यदि फाल्ट आने पर सभी क्षेत्र की लाइन की कटौति की जाती है, जो दिनभर में लगभग 25-30 बार कटौती की जा रही है। विभाग द्वारा जियो स्वीच लगाए गए है, लेकिन उनका रखरखाव नहीं होने के कारण उनकी कोई उपयोगिता नहीं हो रही है, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नोखा शहरी क्षेत्र के जीएसएस से ग्रामीण क्षेत्र का फीडर अलग किया जाए।
2. नागौर रोड से लेकर रोड़ा तक हाईटेंशन घरों के ऊपर से गुजर रही है जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। वर्तमान प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के अन्तर्गत जो पट्टे जारी किए जा रहे है। अभियान के तहत भी निवासीयों को हाईटेंशन लाइन की वजह से पट्टे जारी नहीं हो पा रहे है। जबकि लाइन की अण्डरग्राउण्ड केबलिंग होने से कोई उपयोगिता नहीं है। लाइनों का हटाया जाना चाहिए।
3. नोखा शहर की पीएचईडी विभाग का जो विद्युत फीडर है उसे ग्रामीण फीडर को भी साथ में जोड़ रखा है, ये लाइन पीएचईडी द्वारा डिमांड जमा करवाकर अलग से डलवाई गई थी। जिसकी वजह से गांवों में फाल्ट होने से विद्युत सप्लाई बंद कर दी जाती है, जिसके परिणामस्वरूप ट्युबवैल बंद हो जाते है व पानी की सप्लाई में बाधा उत्पन्न होती है। ये फीडर अलग करवाया जाए।
4. नोखा शहर के विद्युत विभाग कार्यालय में थ्री-फेस मीटर की उपलब्धता नहीं होने के कारण नागरिकों को उक्त कनेक्शन की उपलब्धता नहीं हो रही है। उच्चाधिकारियों को बार-बार अवगत करवाने के उपरान्त भी विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। अतः तुरन्त प्रभाव से थ्री-फेस मीटर उपलब्ध करवाए जाए।
5. नोखा शहरी क्षेत्र में जगह-जगह पर लोहे के पोल लगे हुए है, जिससे करंट प्रवाहित होने से आए दिन पशुओं के मरने की घटनाएं हो रही है। अभी वर्तमान में प्रशासन शहरों के संग अभियान चल रहा है, इसके अन्तर्गत विद्युत विभाग को अलग से बजट आवंटित किया गया है, विस्तृत कार्य योजना बनाकर प्रति सप्ताह कम से कम 10 लोहे के पोल चिन्हित करके बदलवाए जाए।
6. विद्युत विभाग के कन्ट्रोल रूम के फोन नं. 01531-220050 जो कि हमेशा नो-रिप्लाई होता है, ड्युटी कर्मचारी को पाबंद किया जाए, फोन अटेंड करके उपभोक्ताओं को संतुष्टिप्रद जवाब दें।
7. राणाराव जीएसएस में लेंडलाइन कनेक्शन नहीं है, जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी होती है। यहां लेंडलाइन कनेक्शन लगवाया जाए।
8. नोखा नगरपालिका के वार्ड नं. 05 कानपुरा बस्ती में 33 के.वी. की अण्डरग्राउण्ड लाइन तीन फीट गहरी थी, जबकि नियमानुसार छः फीट होनी चाहिए, जिसकी वजह से पानी का कनेक्शन लेते समय लाइन से करंट प्रवाहित होने से हुई दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। जिसके लिए लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाकर मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलवाया जाए।
9. यह कि नोखा उपखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार दिन में 25-30 बार अघोषित कटौति एवं बार-बार फाल्ट होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल व घरेलू व्यवस्थाएं बाधित हो रही है।
10. नोखा उपखंड क्षेत्र में वर्ष 2021 तक 297 कृषि विद्युत कनेक्शन लम्बित चल रहे है, जिन्हें अविलम्ब जारी किया जाए।