







मुंबई। अरब सागर में उठा चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) आज दोपहर करीब एक बजे महाराष्ट्र के अलीबाग में समुद्र तट से टकरा गया। इसके बाद से इलाके में करीब 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
इस बीच, मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात का पिछला हिस्सा अभी भी समुद्र के ऊपर है। यह करीब एक घंटे में इलाके से गुजर जाएगा। अभी केंद्र में चक्रवात की तीव्रता 90 से 110 किमी प्रति घंटे है। आगामी 6 घंटे में यह पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और कमजोर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा।
विभाग के अनुसार, इस तूफान का असर महाराष्ट्र के 21 और गुजरात के 16 जिलों में रहेगा। दोनों राज्यों में एनडीआरएफ ने एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। तूफान को देखते हुए पश्चिम नौसेना कमान ने अपनी सभी टीमों को सतर्क कर दिया। नौसेना ने 5 बाढ़ टीम और 3 गोताखोरों टीमों को मुंबई में तैयार रखा है।
इधर, मुंबई महानगरपालिका ने लोगों को सलाह दी है कि भारी बारिश के दौरान वे घर से बेवजह न निकलें। कार से निकलें तो उसमें हथौड़ी या कोई भारी औजर रखें, ताकि पानी में फंसकर कार का सेंट्रल लॉक जाम हो जाए तो कांच तोड़कर बाहर निकला जा सके।
आपको बता दें कि तूफान के असर से मुंबई और गोवा में बारिश हो रही है। बुधवार को मुंबई में 27 सेमी से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। समुद्र में 2 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं। तूफान की आशंका वाले जिलों में बिजली-पानी की सप्लाई बंद की गई। दक्षिण गुजरात के वलसाड़, नवसारी, सूरत के अलावा दमन, दादरा और नगर हवेली में भी भारी बारिश का अलर्ट है।
बांग्लादेश ने दिया निसर्ग नाम?
बताया जा रहा है कि इस तूफान का निसर्ग नाम बांग्लादेश ने दिया है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बनने वाले तूफानों के नाम बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड देते हैं। भारतीय मौसम विभाग ने अप्रैल 2020 में चक्रवातों की नई सूची जारी की थी। इसमें निसर्ग, अर्णब, आग, व्योम, अजार, तेज, गति, पिंकू और लूलू जैसे 160 नाम शामिल हैं। पिछली लिस्ट का आखिरी नाम अम्फान था। यह नाम थाईलैंड ने दिया था।




