बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने के उद्देश्य से सरकार के आदेशानुसार बीकानेर जिले की सभी टीबी यूनिट से पाँच-पाँच ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए चयनित किया गया है। इन ग्राम पंचायतों के लिए “म्हारे गांव टीबी ना पसारे पाँव” अभियान का आगाज बीकानेर कलेक्टर भगवती प्रसाद ने पोस्टर के विमोचन से किया। साथ में सीएमएचओ डॉ. अबरार पंवार, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सीएस मोदी, आरसीएचओ डॉ राजेश गुप्ता, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉक्टर योगेंद्र तनेजा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक नेहा शेखावत व जिला समन्वयक विक्रम सिंह राजावत मौजूद रहे।
ये अभियान 15 अगस्त से 23 अप्रैल 2023 तक चलेगा। कलेक्टर भगवती प्रसाद टीबी जागरूकता के लिए इस अभियान को सफल बनाने एक वीडियो भी शेयर किया। आमजन को टीबी के लक्षण के लिए तुरन्त टीबी की जाँच करवानी चाहिए। सभी से इस अभियान से जुड़ने हेतु एक साथ मिलकर आगे आये।
सीएमएचओ डॉ अबरार ने बताया की टीबी मुक्त राजस्थान अभियान में चयनित की गई क्षय मुक्त पंचायत के अंतर्गत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभियान संबंधित गतिविधियों एवं अभियान के ध्येय को प्राप्त करने के लिए चयनित पंचायतों में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत समितियों का भी गठन किया जाएगा, जिनमें सरपंच, उपसरपंच, अध्यापक, आशा एएनएम, चिकित्सक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ब्लॉक एसटीएस एवं एसटीएलएस एवं पंचायत सेक्रेटरी सदस्य होंगे जिनके सहयोग से गतिविधियों का सफल क्रियान्वयन किया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डा मोदी ने बताया की प्रत्येक ब्लॉक में पांच ग्राम पंचायत का चयन किया गया है जिनमें टीबी चैंपियन को भी कमिटी के सदस्य के रूप में रखा गया है जो कि इस अभियान का महत्वपूर्ण भाग होंगे एवं इनको गतिविधियां आयोजित करने के लिए मानदेय भी दिया जाएगा। जिला समन्वयक विक्रम सिंह राजावत ने बताया की इस अभियान में सामुदायिक बैठक, टीबी वार्ता, युवाओं से टीबी चर्चा, स्कूल, कॉलेज जागरूकता कार्यक्रम आदि किये जायेंगे।