Friday, May 3, 2024
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लालकिले से लाल चौक तक फहराया तिरंगा, मोदी ने कहा- हम न समस्याओं को टालते हैं, न पालते हैं…

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नई दिल्ली abhayindia.com देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया। उन्होंने 92 मिनट के संबोधन में जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देते अनुच्छेद 370 और राज्य के लोगों को विशेषाधिकार देते अनुच्छेद 35-ए को हटाने का प्रमुखता से उल्लेख करते हुए कहा कि इस फैसले का विरोध करने वाले से पूछना चाहता हूं कि अगर यह अनुच्छेद इतना जरूरी था, इसी से भाग्य बदलने वाला था तो 70 सालों में (विपक्षी दलों का) बहुमत होने के बावजूद इसे अस्थायी क्यों रखा गया, इसे स्थायी क्यों नहीं किया गया?

Ajay Vyas
Ajay Vyas
TN Purohit
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राष्ट्र को दिए अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हम न समस्याओं को टालते हैं, न समस्याओं को पालते हैं। जो काम 70 साल में नहीं हुआ, वह नई सरकार बनने के 70 दिन के भीतर किया गया। संसद के दोनों सदनों ने दो तिहाई बहुमत से इसे पारित कर दिया। प्रधानमंत्री उन्‍होंने यह भी कहा कि जनसंख्या विस्फोट रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता है।

मोदी ने कहा कि हम पूरे समर्पण के साथ आपकी सेवा में समर्पित हैं। अनुच्छेद 370 का हटना, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाना और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने जैसे कदम उठाए और किसानों के लिए पेंशन योजना शुरू की है। देश में जल संरक्षण की जरूरत है। इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय बनाया है। अब हमारा देश उस दौर में पहुंचा है, जिसमें बहुत सी बातों से अब अपने आप को छिपाए रखना ठीक नहीं है। हमें चुनौतियों को सामने से स्वीकार करना होगा। कभी राजनीतिक नफा-नुकसान से हम फैसले करते हैं, लेकिन इससे देश की भावी पीढ़ी का नुकसान होता है। इससे जुड़ा एक विषय है कि हमारे यहां जनसंख्या विस्फोट हो रहा है। एक जागरूक वर्ग है, जो इस समस्या को समझता है। वह अपने घर में शिशु को जन्म देने से पहले सोचता है कि मैं शिशु के सपनों को पूरा कर पाऊंगा, उसकी जरूरतों को पूरा कर पाऊंगा या नहीं। एक छोटा वर्ग इन सारे पैरामीटर्स पर परिवार नियोजन करता है और देश का भला करने में सहयोग देता है। उनका जितना सम्मान करें, छोटा परिवार रखकर वे देशभक्ति करते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह हमारी जिंदगी में घुस चुका है। बीमारी इतनी फैली है कि इसे ठीक होने में काफी समय लग रहा है। मैं मानता हूं व्यवस्थाओं में बदलाव होना चाहिए, लेकिन मैं मानता हूं सामाजिक जीवन में बदलाव होना चाहिए। मैं मानता हूं कि व्यवस्थाएं चलाने वाले लोगों के मन में भी बदलाव होना चाहिए। आजादी के इतने साल बाद देश परिपक्व हुआ है। मैं अपने अफसरों से बार-बार कहता हूं कि आजादी के इतने साल बाद आम लोगों के बीच सरकार का जो दखल है, क्या हम उस दखल को कम नहीं कर सकते। आजाद भारत का मतलब यह है कि सरकारें लोगों के जीवन से बाहर आएं और लोग अपने हिस्से में देश, परिवार और अपने सपनों को पूरे करने के लिए खुद आगे आएं।

मोदी ने कहा कि आज दुनिया में विश्वास पैदा हुआ है कि भारत जैसा देश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में इतनी बड़ी जंप लगा सकता है। लेकिन मेरी नजर ईज ऑफ लिविंग पर है। मेरा देश आगे बढ़े लेकिन इंक्रीमेंटल प्रोग्रेस के लिए अब देश ज्यादा इंतजार नहीं कर सकता। हमें हाई जंप लगानी होगी। हमने तय किया है कि इस कालखंड में 100 लाख करोड़ रुपए आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए लगाए जाएंगे।

उन्‍होंने कहा कि एक जमाना था कि अगर कागज पर सिर्फ निर्णय हो जाए कि एक रेलवे स्टेशन फलां इलाके में बनने वाला है, तो लोगों में खुशी हो जाती थी, लेकिन आज सामान्य नागरिक रेलवे स्टेशन बनने से खुश नहीं है। वह पूछता है कि हमारे यहां वंदे भारत एक्सप्रेस कब आएगी। आज हम 5 स्टार रेलवे स्टेशन बना दें तो वो यह नहीं कहता कि यह बहुत बढ़िया है। वह कहता है- हवाई अड्डा कब आएगा। पहले लोग कहते थे कि साहब पक्‍की सड़क कब आएगी। लेकिन अब कहते हैं कि रोड कैसी आएगी फोर लेन या टू लेन। आज घर के पास बिजली तार और मीटर लग जाएं तो वो पूछता है कि 24 घंटे बिजली कब आएगी। इस बदलते हुए मिजाज को हमें समझना होगा और उसी हिसाब से ग्लोबल बेंचमार्क के साथ क्लीन एनर्जी हो, गैस ग्रिड हो, ई-मोबिलिटी हो।

उन्‍होंने कहा कि आमतौर पर हमारे देश में सरकारों की पहचान ऐसे बनती थी कि देश की सरकार ने इस वर्ग के लिए क्या किया, इस क्षेत्र के लिए क्या किया। यानी किसके लिए क्या किया कितना दिया, पर सरकारें चलती रहीं। शायद उस समय की यही मांग थी। अब इन सब चीजों के रहते हुए भी देश को कहां ले जाएंगे, हम सब मिलकर देश के लिए क्या करेंगे। इन सबके बारे में सोचना और जीना यह समय की मांग है। इसलिए हमने 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का सपना संजोया है। 130 करोड़ देशवासी अगर छोटी चीजों को लेकर भी चल पड़े, तो सपना साकार हो जाएगा। कई लोगों को मुश्किल भी लग सकता है, लेकिन अगर कदम नहीं उठाएंगे तो आगे कैसे बढ़ेंगे। आजादी के 70 साल बाद हम 2 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी में पहुंचे। 5 साल के अंदर 2 ट्रिलियन से 3 ट्रिलियन पहुंच गए।

मोदी ने कहा कि भारत आतंक फैलाने वालों के खिलाफ मजबूती से लड़ रहा है। आतंकियों ने मानवता के खिलाफ युद्ध छेड़ा हुआ है। दुनिया से आतंकवाद को खत्म करने के लिए हमने बीड़ा उठाया है। कुछ लोगों ने पड़ोसी देशों में हमले किए। निर्दोषों को मौत के घाट उतार दिया। ऐसे में भारत मूकदर्शक बनकर नहीं बैठ सकता। आतंक का माहौल बनाने वालों को खत्म करना

मोदी ने कहा, हम आने वाले दिनों में जल जीवन मिशन को लेकर आगे बढ़ेंगे। जिन घरों में पीने का पानी उपलब्ध नहीं है, उन्हें इसके लिए मशक्‍कत करनी पड़ती है। हर घर में जल कैसे पहुंचे, पीने का शुद्ध पानी कैसे मिले, इसके लिए आज मैं लाल किले से घोषणा करता हूं कि हम आने वाले दिनों में जल जीवन मिशन को लेकर आगे बढ़ेंगे। इसके लिए केंद्र और राज्य साथ मिलकर काम करेंगे। आने वाले वर्षों में 3.5 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा रकम इस पर खर्च होगी। जल संचय, जल सिंचन हो वर्षा के बूंद-बूंद पानी को रोकने का काम हो, समुद्री पानी या वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट करना हो, पानी बचाने का अभियान हो, नागरिक इसके लिए संवेदनशील बनें, इसके लिए हम लगातार प्रयास करेंगे।

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