








बीकानेर Abhayindia.com सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मामला दिनोंदिन गर्माता जा रहा है। खासतौर से शिक्षामंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला के जिले में ही शिक्षकों की कमी को लेकर आए दिन बवाल हो रहा है। हाल में सोढवाली गांव की स्कूल के बच्चों के आंदोलन के बाद अब कई और स्कूल के बच्चे भी पैदल मार्च को तैयार हो रहे हैं। इस बीच, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने राजस्थान विधानसभा में नोखा क्षेत्र की स्कूलों में शिक्षकों की कमी और अन्य संसाधनों को लेकर मुद्दा उठाया है।
विधायक बिश्नोई ने कहा कि दर्जनों विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए अध्ययनरत विद्यार्थी आंदोलरनरत है। राउमावि सांईसर, राउमावि दावा, राउमावि सारुण्डा, राउमावि कक्कू यहां के विद्यार्थी तो पैदल मार्च की तैयारी में है। राउमावि मूंदड़, राउमावि गजसुखदेसर, राउमावि सियागों की ढाणी पांचू, सहित दर्जनों विद्यालयों में धरना प्रदर्शन व तालाबन्दी हुई है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा मौके पर जाकर कुछ दिनों के लिए इधर-उधर से कार्य-व्यवस्थार्थ शिक्षक लगाए जाते है, थोड़े दिनों बाद स्थिति जस की तस हो जाती है।
विधायक बिश्नोई ने राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय काकड़ा महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्थान पर अन्य विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम बनाने, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय भामटसर को डि-मर्ज करके राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भामटसर के रूप में पुनः चालू करने की मांग की। उन्होंने बताया कि घोषणानुसार राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय काकड़ा को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में परिवर्तित किया गया है। इस विद्यालय में बालिकाओं का नामांकन 470 है और यह विद्यालय अंग्रेजी माध्यम से होने के कारण सभी बालिकाएं शिक्षा से वंचित हो जाएगी। इस विद्यालय के स्थान पर अन्य विद्यालय को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बनाने की मांग को लेकर ग्रामवासियों व छात्राओं द्वारा कई दिनों से तालाबंदी करके विरोध प्रदर्शन किया।





