







बीकानेर Abhayindia.com आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग की ओर से छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
इसमें मुख्य तौर पर कक्षा 8 में उनके ड्रॉपआउट को रोकने के लिए एवं माध्यमिक स्तर पर अध्ययन जारी रखने को प्रोत्साहित करने के लिए नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। इसके लिए इस बार 2 फरवरी तक आवेदन शला दर्पण पर किए जा सकते हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी के अनुसार नेशनल मीन्स कम मेरिट छात्रवृत्ति योजना मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की ओर से 2008 में शुरू की गई थी।
इस योजना में संपूर्ण भारत में कमजोर एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए कुल 1 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
सरकारी विद्यालयों के लिए लाभकारी…
राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत उन प्रतिभाशाली उन विद्यार्थियों के लिए प्रोत्साहित करने वाली है जिन्हें अन्य किसी प्रकार की छात्रवृत्ति नहीं मिलती।
यह विद्यार्थी हो सकते है शामिल…
इस योजना में सरकारी विद्यालयों के कक्षा 8 में अध्ययनरत वो विद्यार्थी परीक्षा में बैठ सकते जिन्होंने सातवीं कक्षा भी सरकारी विद्यालय से पास की है, जिनके अभिभावक की समस्त स्रोतों से आय 1 लाख 50 हजार से अधिक नहीं हो।
यह नहीं है पात्र…
केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय में अध्ययन करने वाले छात्र इस योजना के तहत छात्रवृत्ति पाने के हकदार नहीं है। इसी प्रकार राज्य सरकार की ओर से संचालित आवासीय विद्यालय में पढऩे वाले वे छात्र जिन्हें बोर्डिंग लॉजिंग और शिक्षा जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती है और निजी विद्यालय में पढऩे वाले छात्र भी इस योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं है।
परीक्षा उतीर्ण करने पर और सरकारी विद्यालय में ही अध्ययन करने पर विद्यार्थी को 4 वर्ष(कक्षा 9,10,11,12) तक प्रतिमाह 1000 (हर वर्ष12000 रुपए) की छात्रवृत्ति मिलती है।
इस परीक्षा में मानसिक योग्यता एवं शैक्षिक योग्यता के दो प्रश्नपत्र होते हैं। सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम उत्तीर्ण अंक 40 प्रतिशत एवं एसी, एसटी वर्ग के लिए 32 प्रतिशत निर्धारित है। साथ ही निर्धारित मानदंड पूरा करने पर 3 प्रतिशत आरक्षण नि:शक्तजन का भी होता है।



