सुरेश बोड़ा/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। आबकारी विभाग दारू (शराब) बेचने में इतना मदहोश हो गया है कि उसे नियम-कायदों और आमजन की मांग से कोई सरोकार ही नहीं है। उसे तो बस, हर हाल में शराब की बिक्री बढ़ाने की चिंता है। यही वजह है कि सैटैलाइट अस्पताल के पास खुली शराब की एक और दुकान को अन्यत्र शिफ्ट कराने के लिए क्षेत्र के लोग पिछले लंबे समय से प्रशासन और विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
दुकान शिफ्ट कराने के मामले को लेकर गत नौ मई को जिला कलक्टर की ओर से आबकारी विभाग को एक पत्र भी भेजा गया था। इसमें लिखा गया है कि वार्ड चार के निवासियों ने शिकायत की है कि यहां शराब की दुकान नियम विरुद्ध तरीके से संचालित की जा रही है। उनकी मांग है कि दुकान अन्यत्र स्थानांतरित की जाए। पत्र में आगे लिखा गया है कि इस मामले में तुरंत प्रभाव से नियमानुसार कार्रवाई करके उसकी जानकारी से अवगत कराया जाए। इस पत्र के बाद भी आबकारी विभाग ने उक्त दुकान को अन्यत्र शिफ्ट कराने को लेकर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है।
इधर, इस मामले को लेकर समाज सेवा के कार्यों से जुड़ी आरती आचार्य ने ‘अभय इंडियाÓ को बताया कि हम पिछले लंबे समय से शराब की उक्त दुकान को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। दुकान के पास ही सैटेलाइट अस्पताल है। इसके अलावा मंदिर और शिक्षण संस्थान भी है। इस तरह से आबकारी विभाग के नियमों के अनुसार इस दुकान का संचालन नहीं हो रहा है।
आचार्य ने बताया कि शराब की दुकान के इस मामले में संबंधित पुलिस थाना नयाशहर की ओर से जिला कलक्टर कार्यालय को एक रिपोर्ट भी भेजी गई है। उसी के आधार पर जिला कार्यालय की ओर से आबकारी विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए गए है, लेकिन यह विभाग उसकी भी अनदेखी कर रहा है। इससे क्षेत्र के निवासियों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त हो रहा है। आचार्य ने बताया कि उक्त क्षेत्र में शराब की दो दुकानें होने से शाम से देर रात वहां असामाजिक तत्व डेरा डाले रहते हैं। इससे क्षेत्र में अशांति का माहौल बन गया है।