बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर में कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण में पाबंदी के चलते इस बार श्रद्धालु घरों में कान्हा का जन्मदिन मनाएंगे। वहीं बड़े मंदिरों में भी सामूहिक समारोह नहीं होंगे।
आमजन के लिए मंदिर के द्वार नहीं खुलेंगे। शहर में नगर सेठ लक्ष्मीनाथ मंदिर में 11 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। लेकिन सामूहिक रूप से दर्शन नहीं खुलेंगे। पुजारी ही पूजन व आरती करेंगे।
घर बैठे ही लाइव दर्शन…
वहीं मरुनायक चौक स्थित मरुनायक मंदिर में 12 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के घनश्याम लखानी के अनुसार कोरोना की एडवाईजरी के चलते इस बार मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के लिए यू-ट्यूब के जरिए लाइव दर्शन का बंदोबस्त किया है। ताकि श्रद्धालु अपने घर बैठे ही मंदिर में कान्हा जन्मोत्सव की झांकी का दर्शन कर सके। गौरतलब है कि मथुरा, द्वारिका सहित देश में 12 अगस्त को ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन लोग उपवास भी रखतें है।
घर के मंदिर में ही झांकियां…
कृष्ण जन्मोत्सव देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते सभी मंदिर आमजन के लिए बंद है। साथ ही सामूहिक आयोजन पर भी रोक है। बीकानेर में शहर के विभिन्न मंदिरों के साथ ही सामूहिक रूप से भी कई स्थानों पर जन्माष्टमी की झांकिया सजाई जाती थी, जिनको देखने के लिए लोगों का सैलाब उमड़ता था। इस बार बड़े आयोजन नहीं होंगे। लोग अपने घरों के मंदिर में सूक्ष्म रूप से ठाकुरजी की झांकी सजाएंगे।
यहां नहीं सजेगी झांकी…
भीनासर के बाठियां मोहल्ला स्थित कृष्ण भवन में जन्माष्टमी की भव्य झांकी सजाई जाती है। इसको देखने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंचते थे, इस बार यह आयोजन नहीं होगा। इसी तरह सुजानदेसर में भी बड़ा आयोजन नहीं होगा। मिलन गहलोत ने बताया कि पूतना, कंस इत्यादि की भव्य झांकी नहीं सजेगी। नत्थूसर गेट बाहर जीया भवन में भी इस बार जन्माष्टमी की झांकी नहीं सजेगी। आयोजन से जुड़े मन्नू भाई उदय व्यास ने बताया कि कोरोना के चलते सरकारी एडवाईजरी की पालना की जाएगी।