बीकानेर abhayindia.com बीकानेर नगर स्थापना दिवस महोत्सव के तहत मंगलवार को अक्षय तृतीया (आखातीज) की अलसुबह से ही शहर में पतंगबाजी का दौर शुरू हो गया। शहरवासी छतों पर बोई काट्या के साथ पतंगबाजी का लुत्फ उठा रहे हैं। चिलचिलाती तेज धूप और लू से लोहा लेने के लिए पतंगबाजों ने छतों पर शामियाने सजा लिए है। पतंगबाजी के इस दौर में महिलाएं और युवतियां भी पीछे नहीं है। इमलाणी के रस के साथ खीचड़ा और बड़ी की सब्जी के चटखारों के साथ आसमान में पतंगों की अटखेलियां हर किसी को रोमांचित कर रही है।
आपको बता दें कि अक्षय तृतीया का दिन सभी कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त के रूप में मनाया जाता है। इस दिन दान व स्नान से पुण्य की प्राप्ति होती है। इस बार अक्षय तृतीया रोहिणी नक्षत्र में मनाई जा रही है। आज के दिन चार बड़े सूर्य, शुक्र, चंद्र और राहु अपने से उच्च राशि में होंगे। ऐसा संयोग 16 साल बाद बन रहा है, जो फलदायी साबित होगा। बताया जाता है कि इससे पहले यह योग साल 2003 में बना था। इस दिन स्नान, दान, जप, हवन करने से उसका फल अक्षय रहता है। इसके अलावा अपने पूर्वजों की याद में मंदिर या सार्वजनिक स्थानों पर शीतल जल की व्यवस्था करना भी फलदायी होगा। जानकारी में रहे कि अक्षय तृतीया के दिन ही चार धाम के कपाट खुलते हैं।