(भारतीय गणतन्त्र का ७०वां वर्ष २६ जनवरी २०१९ को रात्रि २.५२ पर उदय चित्रा नक्षत्र, धूति योग एवं तुला के चन्द्र और वृश्चिक लग्न में होगा। लग्न में गुरु-शुक्र, दूसरे मुंथा शनि तीसरे मंगल-बुध, केतु, पांचवें मंगल भाग्य स्थान में कर्क का राहु और व्यय स्थान में चन्द्र स्थित है।)
इस वर्ष में भारत का मान सम्मान पूरे विश्व में गूंजेगा। वैज्ञानिक, आर्थिक एवं सुरक्षा प्रबंधों में भारत विश्व में अग्रणी पंक्ति में होगा। युवा वर्ग एवं स्त्रियों के लिए यह वर्ष ऐतिहासिक साबित होगा। कला, संस्कृति और अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। साधु-संतों का वर्चस्व बढ़ेगा। खेल के क्षेत्र में खिलाडिय़ों को अप्रत्याशित सफलता मिलेगी। अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी भारत ऊंची उड़ान भरेगा।
राजनीति : राजनीति की दृष्टि से केंद्र सरकार को अपने नेताओं के दूषित बयानों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। १६ फरवरी २०१९ के बाद विपक्षी एवं क्षत्रप पार्टियां अपने अहम को भूलाकर एकजुट होने का प्रयास करेगी जो कारगर साबित होगा। विपक्ष का छद्म महागठबन्धन होगा जो समय आने पर ही उजागर होगा। क्षत्रप पार्टियां चुनाव में बाजी मारेगी। ६ मई २०१९ से २४ सितम्बर के बीच देश में राजनीतिक उथल-पुथल अपने चरम पर होगी, जो देशहित में लाभदायी नहीं होगी। केंद्रीय सता को ४० से ५्र0 प्रतिशत सीटों के नुकसान का योग बन रहा है सो अपने विजय रथ को आगे बढ़ाना बड़ा मुश्किल है। केन्द्र शाषित प्रदेशों के लिए यह समय संकटपूर्ण है तथा सतापक्ष के शीर्ष नेताओं हेतु अरिष्टदायी है।
सामाजिक एवं धार्मिक : साधु-संतों का वर्चस्व बढ़ेगा। राम मन्दिर निर्माण की तिथि २९ मार्च २०१९ के बाद कभी भी शीघ्र घोषित हो जायेगी, इसमें न्यायालय की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। न्यायालय का भूमि को लेकर कुछ विवादित निर्णय अवश्य होगा। देश में सामाजिक एवं धार्मिक उन्माद का योग। जातीय संघर्ष के कारण आन्दोलन होंगे।
आर्थिक : आर्थिक दृष्टि से देश को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम सफल होगा। विदेशी कम्पनियां भारत में अपना कारोबार बढ़ायेगी जिससे नौकरी के अवसर और आर्थिक स्थिति सुधरेगी। सरकार द्वारा आमजन को दी जाने वाली आर्थिक सुविधा कुछ हद तक ही कामयाब होती नजर आ रही है। किसानों की कर्जमाफी से किसानों को विशेष राहत नहीं मिलेगी। वे आन्दोलन की राह पकड़ेंगे। सवर्ण आरक्षण का मामला कानूनी पेचीदियों के कारण अधरझूल में रह जायेगा जिससे सवर्ण लोग ठगे महसूस करेंगे। आयकर में कुछ आंशिक संसोधन होने से आयकर दाताओं को कुछ राहत मिलेगी। बजट लोक लुभावना होगा। सांख्यकी गणित इतनी उलझी हुई होगी कि नफा-नुकसान का आंकलन करना कठिन होगा। रेल भाड़े में छद्म वृद्धि होगी। डीजल पेट्रोल और क्रूड ऑयल में तेजी का योग। आर्थिक घोटाले उजागर होने से पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं का भविष्य दाव पर होगा। आरबीआई के तत्कालिक चीफ और पूर्व चीफ के विचारों में टकराव चलने से आरबीआई की साख पर प्रश्न चिह्न होगा।न्यायपालिका, कार्यपालिका और व्यवस्थापालिका और सरकार के अन्तर विरोध के कारण विधि विशेषज्ञों की सलाह लेनी पड़ेगी तथा तनाव की स्थिति को दूर करने के लिए महामहिम को हस्तक्षेप करना पड़ेगा।
मौसम : ग्रह योगानुसार इस वर्ष मानसून की अच्छी वर्षा से किसानों में खुशी की लहर आयेगी। ६ मई २०१९ से २४ सितम्बर २०१९ के बीच मौसम के बदमिजाज के कारण ओलावृष्टि, तूफान तथा प्राकृतिक आपदा के कारण जन-धन की हानि होगी और फसलों को नुकसान होगा। इस समय आकस्मिक रेल एवं विमान दुर्घटनाओं का योग है।
आमजन को केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा दी जाने वाली आर्थिक एवं सामाजिक सहायता से उनकी जय होगी। विपक्षी एवं छत्रप पार्टियों के सामुहिक प्रयास से लोकसभा चुनाव में अच्छी सफलता के कारण उनकी विजय होगी तथा सत्तापक्ष को सीटों का नुकसान होने से पराजय होने का संकेत ग्रह योग दे रहे हैं। -पं. गिरवर प्रसाद बिस्सा (शास्त्री), बीकानेर। मो. ९४१३४८११९४
राजस्थान : लोकसभा चुनाव से पहले प्रभारी मंत्रियों की होगी ‘अग्नि-परीक्षा’