Saturday, April 20, 2024
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राजस्थान में इस विश्वविद्यालय ने बिना परीक्षा के विद्यार्थियों को अगले सेमेस्टर में पदोन्नत करने का लिया निर्णय

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जयपुर  abhayindia.com राजस्थान राज्य आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललित के. पंवार ने महत्त्वपूर्ण निर्णय लेते हुए विश्वविद्यालय के पंजीकृत विद्यार्थियों को बिना परीक्षा दिये अगले सेमेस्टर में पदोन्नत करने का अवसर दिया है। इसी प्रकार विश्वविद्यालय की पावस सेमेस्टर की पढ़ाई आगामी एक अगस्त से प्रारम्भ होगी तथा विश्वविद्यालय में नये एनरोलमेंट और प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएँ एक सितम्बर 2020 से शुरू होगी।

डॉ. पंवार ने मंगलवार को आयोजित विश्वविद्यालय के अधिकारियों की बैठक में विश्वव्यापी कोविड- 19 महामारी से कौशल शिक्षा में उत्पन्न गतिरोध को ध्यान में रखते हुए यह भी निर्णय लिया कि जुलाई 2020 में प्रस्तावित बसंत 2020 परीक्षा का निर्णय आगामी अगस्त माह में कोविड- 19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों को मदेद्नजर रखते हुए लिया जाएगा।

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उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय से सम्बद्धित विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के संचालकों व निदेशक से लगातार सम्पर्क करने व जानकारी देने से ज्ञात हुआ कि विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत् विद्यार्थी विश्वव्यापी कोविड- 19 महामारी के फलस्वरूप देश व राजस्थान में उत्पन्न हालात व लॉकडाउन को देखते हुए अपने घरों को प्रस्थान कर गये है। अनेक विद्यार्थी राजस्थान के बाहर के अन्य राज्यों के तथा राज्य के विभिन्न जिलों के है। अधिकाशः विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे हैं जो ऑनलाइन अध्ययन का भी पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं तथा न ही उनका आगामी 2-3 माह में शिक्षण संस्थान में आना सम्भव है।

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कुलपति ने बताया कि विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 का असर कौशल शिक्षा की गुणवत्ता पर नहीं पड़े इसलिए विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए है।

बैठक में निदेशक कौशल शिक्षा प्रो. अशोक के. नगावत ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष में दो बार सेमेस्टर परीक्षा आयोजित की जाती है जिनमें पावस परीक्षा माह मई व बसंत परीक्षा माह दिसम्बर में आयोजित होती है। पावस परीक्षा 2020 पूर्व में जून माह में निर्धारित थी जो जुलाई माह में प्रस्तावित हुई परन्तु अब विशेष परिस्थितियों वश इसके सम्बन्ध में आगामी माहों में लिया जाना सम्भव होगा।

इस अवसर पर कुलसचिव देवेन्द्र शर्मा, वित्त सचिव उम्मेद सिंह, परीक्षा नियंत्रक पी.एम. त्रिपाठी, सम्पदा निदेशक वी.के. माथुर मौजूद थे।
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