नई दिल्ली Abhayindia.com देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में केन्द्र की सत्ता से नरेन्द्र मोदी को कैसे हटाया जाए? इसके लिए विपक्षी नेताओं ने चार फार्मूले तय किए हैं। असल में, शुक्रवार को विपक्षी दलों की पटना में महाबैठक का आयोजन किया गया। इसमें कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, एनसीपी, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, तृणमूल कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू, डीएमके, झारखंड मुक्ति मोर्चा और वामपंथी पार्टियों सहित विपक्ष के करीब 17 राजनीतिक दलों के 32 नेताओं ने हिस्सा लिया। इस बैठक में इसी बात पर मंथन किया गया कि विपक्ष को एकजुट कर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को कैसे हराया जाए।
इस बैठक के बाद प्रेस वार्ता की गई। वार्ता में विपक्षी नेताओं ने बताया कि उनके बीच–बीच क्या बातचीत हुई और एनडीए को हराने के कौन–कौन से फॉर्मूले निकाले गए। विपक्षी नेताओं ने कहा कि ये बैठक केवल एक शुरुआत है और अभी कई और बैठकें की जाएंगी, जिनमें आगे की रणनीति तय होगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी लड़ाई विचारधारा की है और पटना को इस बैठक के लिए इसलिए चुना गया, क्योंकि यहां से शुरू हुआ आंदोलन जन–आंदोलन बनता है।
प्रेस वार्ता में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बैठक काफी अच्छी रही और सभी ने मिलकर तय किया है कि 2024 का लोकसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ा जाएगा। साथ चुनाव लड़ने की बात को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी की मुखिया और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव सहित कई नेताओं ने दोहराया।
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