Friday, April 19, 2024
Hometrendingकोचरों के चौक में हुआ ऐतिहासिक आयोजन, तुम एक भव दे दो...

कोचरों के चौक में हुआ ऐतिहासिक आयोजन, तुम एक भव दे दो मैं तुम्हें भवोभव से आजादी दिला दूंगा…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com तुम एक भव दे दो मैं तुम्हें भवोभव से आजादी दिला दूंगा…, इन्हीं पंक्तियों के साथ रविवार को कोचरों के चौक में चेन्नई के सुरेश भाई कोठारी ने शासन स्पर्श कार्यक्रम का आगाज किया। श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्रीसंघ, खरतरगच्छ श्रीसंघ एवं श्री पाश्र्वचंद्र सूरी गच्छ श्रीसंघ के तत्वावधान में आयोजित शासन स्पर्श कार्यक्रम में सुरेश भाई कोठारी ने कहा कि जिन शासन की रक्षा करने, शासन के तिलक को बचाने के लिए 19 आत्माओं ने अपना बलिदान दिया। जीव दया के लिए शासन के लोगों ने अपना रक्त बहाया है, ऐसे जिन शासन में जन्म मिलना हमारा सौभाग्य है।

संवेदनाभरे भावों को व्यक्त करते हुए सुरेश भाई कोठारी ने कहा कि अपना बचा कर देना दान होता है और अपना सर्वस्व देना बलिदान कहलाता है। बच्चों को संस्कारित बनाओ, महात्मा संतों के पास भेजो, उन्हें पूजा, प्रार्थना व धर्म को समझने का अवसर दो। दुनिया की नजर में अच्छा बनने की बजाय भगवान की नजर में अच्छा बनो। सुनने के साथ स्वीकारने का भी संकल्प लो। सुरेश भाई कोठारी ने अभक्ष्य भोजन, जमीकंद, रात्रि भोजन आदि जैन नियमों का पालन करने की बात कही। भगवान महावीर के नाम से सुकार्य करने की प्रेरणा दी।

हमारा सौभाग्य… हमें जिनशासन मिला

कार्यक्रम में साध्वी सौम्यप्रभा, साध्वी सौम्यदर्शना, साध्वी अक्षय दर्शना, साध्वी परमदर्शना एवं साध्वी मृगावती, साध्वी सुरप्रिया साध्वी नित्योदया तथा साध्वी पद्मप्रभा, साध्वी सुव्रता, साध्वी मरुप्रभा का सान्निध्य मिला। साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि गर्व से कहो कि हम जैन हैं। अहिंसा, तप व वीतराग के पथ पर आगे बढऩे वाला हमारा जिन शासन है। साध्वी पद्मप्रभा ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें जिन शासन मिला है, हमें इस जन्म में मोक्ष प्राप्त करने का मार्ग मिला है। दया, करुणा व अहिंसा वाले इस जैन धर्म में तप व त्याग की बड़ी महत्ता है।

दिखा अनुशासन, आंखें हुई नम….

कार्यक्रम में संगीतकार भाविक शाह ने सुमधुर गीतों की प्रस्तुति से धर्म की अलख जगाने का प्रयास किया। बीकानेर में पहली बार हुए इस ऐतिहासिक आयोजन शासन स्पर्श में हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने अनुशासित उपस्थिति दिखाई। खास बात यह रही कि करीब तीन घंटे चले इस कार्यक्रम में सुरेश भाई की संवेदनाओं को तन्मयता से सुना तथा मार्मिक प्रसंगों में उपस्थितजनों की आंखें भी नम दिखाई दी। कार्यक्रम में तीनों संघ के रिखबचंद सिरोहिया, विजय कुमार कोचर, सुरेन्द्र जैन बद्धाणी, प्रताप सिंह रामपुरिया, रतनलाल नाहटा, निर्मल पारख, रवि रामपुरिया ने संगीतकार भाविक शाह का अभिनंदन किया। कोचर फ्रेंड्स क्लब व खरतरगच्छ युवक परिषद के युवाओं की टीम ने आयोजन को सफल बनाने में सहभागिता निभाई। संचालन जितेन्द्र कोचर ने किया।

शासन को समर्पित सुरेश भाई कोठारी

सुरेश भाई कोठारी का पूरा परिवार दीक्षा ले चुका है और स्वयं सुरेश भाई कोठारी पूरे भारत में ऐसे आयोजन करके वीतराग पथ पर आगे बढऩे की प्रेरणा देते हैं। सुरेश भाई कोठारी के दोनों सगे भाई, एक बहन, दो पुत्रों ने दीक्षा ले रखी है। खास बात यह है कि सुरेश भाई कोठारी ने अपने ज्वैलरी बिजनेस को हमेशा के लिए बंद करके अपना जीवन शासन को समर्पित कर दिया है। इस कार्य में सुरेश भाई कोठारी की धर्मपत्नी भी सहयोगी हैं।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular