बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती के उपलक्ष में बिनानी कन्या महाविद्यालय में रक्तदान की महता पर संगोष्ठी आयोजित हुई। इसमें छात्राओं ने रक्तदान का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम में छात्राओं को रक्तदान के बारे में जानकारी देते हुए
जीव विज्ञान प्रवक्ता डॉ. दिप्ती रंगा ने बताया कि रक्तदान सेे कोई भी दुष्प्रभाव नहीं है। रक्तदान को लेकर हमें कई भ्रांन्तियां हो सकती है, लेकिन मेडिकल साइन्स ने साबित किया है कि रक्तदान के बाद हमारे शरीर में रक्त–कोशिकाओं का पुन:निर्माण प्रारम्भ हो जाता है और व्यक्ति पूर्व की भांति ही स्वस्थ रहता है।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रवक्ता डॉ. घनश्याम व्यास ने छात्राओं को बीकानेर में आयोजित विभिन्न रक्तदान शिविरों में रक्तदान करने की शपथ दिलाई। डॉ. व्यास ने बीकानेर में आयोजित होने वाले रक्तदान शिविरों की जानकारी देते हुए छात्राओं को रक्तदान के प्रोत्साहित किया छात्राओं ने स्वैच्छिक रक्तदान के लिए हामी भरते हुए कहा कि वे निश्चित ही रक्तदान शिविरों में बढ़–चढ़ कर हिस्सा लेगी।
राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम यूनिट की प्रभारी डॉ. अरूणा आचार्य ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के एक दिवसीय विशेष शिविर के दौरान छात्राओं का एक दल महाविद्यालय द्वारा गोद ली गई बस्ती में गया तथा वहाँ श्रमदान करते हुए स्वयंसेविकाओं ने पॉलीथिन थैलियों के बहिष्कार के लिए लोगों का आह्वान किया। साथ ही वहां गलियों में फैली गन्दिगी को कचरा पात्र में डाला व लोगों को बताया कि वे अगर स्वस्थ रहना चाहते है तो स्वच्छता का वरण करें।
राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी राम कुमार व्यास के नेतृत्व में स्वयंसेविकाओं के एक समूह ने वहां उगी हुई कंटीली झाडिय़ों को काटा और सड़कों के खड्डे भी भरे इसके अतिरिक्त वहांँ के लोगों को सर्दी से बचने के उपाय व मौसमी बीमारियों की जानकारी भी दी। दल के साथ प्रवक्ता मुकेश बोहरा, महेश पुरोहित और पल्लवी पुरोहित आदि थे।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. चित्रा पंचारिया ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन चरित्र ही जवन मूल्यों की एक ऐसी पुस्तक है जिसके अध्ययन से हम स्वयं को नैतिक रूप से दृढ़ व मजबूत कर सकते है। गांधी को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके मूल्यों को अपने जीवन में उतारें।