







बीकानेर abhayindia.com उदयरामसर के पास स्थित श्रीगणेश धोरा धाम को सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा और यह कार्य गणेश चतुर्थी से पहले हो जायेगा। नगर विकास न्यास इस सड़क पर 9 लाख रूपये खर्च करेगा।
जिला कलक्टर और न्यास अध्यक्ष कुमार पाल गौतम ने बताया कि लक्ष्मीनाथ मंदिर में 2 हजार वर्ग फिट में विकास कार्य होंगे, जिस पर 30 लाख रूपये खर्च किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि ये कार्य पूर्ण होने पर लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में कथा वाचन सहित धार्मिक कार्य सुगमता से हो सकेंगे तथा लोगों को आधुनिक साउंड सिस्टम के साथ कथा श्रवण कर सकेंगे। इस धनराशि से मंदिर परिसर में नीचे की ओर स्थित खुले मैदान में एक भव्य मंच का निर्माण करवाया जाएगा और मंच के सामने ही पत्थर की नक्काशी आदि के कार्य के साथ–साथ बैठने की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही यहां आधुनिक साउंड सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा ताकि समय–समय पर मंदिर परिसर में होने वाले धार्मिक आयोजनों के दौरान कथा श्रवण के लिए आने वाले लोगों को कथा सुनने और कथा वाचक को देखने सहित अन्य धार्मिक आयोजनों को बेहतर तरीके से देखा और सुना जा सके। जिला कलेक्टर व न्यास अध्यक्ष में बताया कि मंदिर परिसर में ही फव्वारे और अन्य लाइट व्यवस्था भी बेहतर की जाएगी। परिसर में बनने वाले वाचनालय का निर्माण भी अगस्त माह तक पूरा करने के निर्देश अभियंता श्रवण कुमार को दिए। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय व वाचनालय का कार्य शीघ्र पूरा करवाया जाए।
जिला कलक्टर ने बताया कि उदयरामसर स्थित गणेश धोरा मंदिर पर सड़क का निर्माण हो जाने के बाद मंदिर दर्शन के लिए पहुंचने वालों को सुगमता से पहुंच सकेंगे। मंदिर परिसर तक सड़क का निर्माण अगले 20 दिनों में पूर्ण कर लिया जाएगा। आने वाली गणेश चतुर्थी को आयोजित महोत्सव से पहले यह सड़क बनकर तैयार हो जायेगी। उन्होंने संपूर्ण मंदिर परिसर देखने के बाद कहा कि यहां सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था भी चुस्त–दुरुस्त करने के लिए संबंधित विभाग के अभियंताओं को आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे तथा यह संभावना भी तलाशी जाएगी कि मंदिर परिसर में सौर ऊर्जा से सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था हो सके।
मंदिर परिसर में हुए अतिक्रमण हटेंगे
जिला कलक्टर ने बताया कि उन्हें समय–समय पर प्राप्त ज्ञापन तथा व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर आमजन ने अवगत करवाया है कि मंदिर परिसर के कुछ भाग में अतिक्रमण हो रखे है, जिसके कारण मंदिर के पुरातत्व वैभव तथा इसकी ऐतिहासिकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने ने कहा कि शीघ्र ही लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में स्थित संतोषी माता मंदिर के पीछे, जिन संस्थाओं एवं व्यक्तियों द्वारा अनावश्यक रूप से ताले लगाकर कब्जा कर रखा है, वे स्वतः ही अपने ताले हटाकर सामान ले जाएं अन्यथा इन्हें हटाकर सामान जप्त कर, अतिक्रमण हटाने व सामान को अन्यत्र शिफ्ट करने पर होने वाला खर्च संबंधित व्यक्ति से वसूला जायेगा।
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