





बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर में गोपाष्टमी अनूठे तरीके से मनाई जा रही है। गोवत्स आशीष शास्त्री ने बताया कि गोपाष्टमी पर 56 प्रकार के फल और सब्जियां का छप्पन भोग मान करके गाय को परोसा गया।

वेदों के अनुसार मान्यता है कि आज ही के दिन समुंद्र मंथन के दौरान 13 रत्नों की प्राप्ति हुई थी उसमें एक कामधेनु भी थी। आज ही के दिन पृथ्वी पर गौ माता का अवतार माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गाय के अंदर सभी देवी–देवता निवास करते हैं। एक गाय की पूजा से ही पूरे ब्रह्मांड की पूजा हो जाती है।
गोवत्स शास्त्री ने बताया कि गाय का सबसे प्रिय भोजन जो गाय खाना चाहती है वह फल फ्रूट सब्जियां उसके विशेष रूचि के भोजन में शामिल रहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 56 प्रकार के सब्जियां और फल को खरीद करके उनको अच्छी तरह से साफ करके नापासर स्थित संत सेवा राम गौशाला में गोपाष्टमी के अवसर पर उनको पूरे सम्मान और शिद्दत के साथ पूजन करके प्रसाद ग्रहण करवाया।
गोसेवी मिलन गहलोत ने बताया कि इस मौके पर महागायत्री आश्रम के महंत रामेश्वरानंद महाराज, पंडित भूरमल शास्त्री आदि भी उपस्थित रहकर के मंत्रोचार के साथ गाय की वंदना की गई।





