जयपुर Abhayindia.com देश के पांच राज्यों के चुनावी नतीजों का असर आने वाले समय में होने वाले विधानसभा चुनावों पर देखने को मिल सकता है। दिल्ली के बाद पंजाब में सत्तासीन हुई आम आदमी पार्टी अब राजस्थान में भी विकल्प तलाश सकती है। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में आप पार्टी कांग्रेस–भाजपा दोनों के टिकट नहीं मिलने से रूठे नेताओं के लिए विकल्प बन सकती है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो आप पार्टी के लिए राजस्थान में एन्ट्री इतनी आसान भी नहीं होगी क्योंकि यहां भाजपा–कांग्रेस सीधे मुकाबले में हैं और लंबे समय से बारी–बारी से सत्ता में लौट रही हैं। लेकिन, राजनीति में मिथक टूट भी रहे हैं।
बहरहाल, राजस्थान में कांग्रेस–भाजपा के अलावा बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा), राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी), भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) भी सक्रिय हैं। हालांकि, इनका दबदबा अलग–अलग क्षेत्रों में हैं।
विधानसभा में गत तीन चुनावों से बसपा तीसरे दल के रूप में ऊभर कर सामने आ रही है। ऐसे में आम आदमी पार्टी को भाजपा–कांग्रेस के साथ इन दलों से भी मुकाबला करना होगा। माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में आप पार्टी अपना पंजाब से जुड़े क्षेत्र श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में जरूर कुछ हद तक पैर पसार सकती है। किसान आंदोलन के दौरान भी यहां आक्रोश देने का मिला था।