बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। सौम्यता की प्रतिमूर्ति पूर्व मेयर भवानी शंकर शर्मा के निधन की खबर पाकर समूचा शहर एकबारगी तो स्तब्ध रह गया। धीरे-धीरे लोगों के लबों से उनके प्रति सम्मान रूपी शब्द आने लगे। सोशल मीडिया तो उनके ‘नमन’ पोस्ट से अट गया। वरिष्ठ पत्रकार दीपचंद सांखला ने सोशल मीडिया पर उस वाकये का जिक्र किया जिसमें विद्धान मनीषी डॉ. छगन मोहता ने भवानी भाई के लिए कहा कि- ‘यह डिस्टिल्ड वाटर की तरह है।’
डॉ. मोहता के इन शब्दों में भवानी भाई की पूर्ण छवि देखी जा सकती है। हर किसी को अपनी मंद-मंद मुस्कान से अपना बना लेने की उनकी तहजीब देखने लायक थी। जरूरतमंद की मदद के लिए तो वे अपनी बांहें हर समय फैलाए रहते थे। पत्रकार जीवन में उन्होंने खूब संघर्ष देखे। राजस्थान पत्रिका के प्रतिनिधि के तौर पर उन्होंने अपनी पत्रकारिता के माध्यम से शहर के विकास को नई दिशा दी। राजनीति में उतरे तो कहीं न कहीं पत्रकारिता का अनुभव उनके काम आ गया। कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने में उन्होंने खूब मेहनत की। इसके चलते वे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीक आए। गहलोत भी उनकी सादगी, सौम्यता के कायल थे। वे जब भी बीकानेर आते तो उनसे मिले बगैर जाना मुश्किल ही था। गहलोत का उनसे नाता राजनीति प्रेरित नहीं था, बल्कि घर के जैसा था। प्रदेश में जब मेयर का चुनाव सीधे वोट के जरिये कराया गया था तब गहलोत ने अपने सबसे भरोसेमंद साथी यानी भवानी भाई को ही चुनावी मैदान में उतारा था। भवानी भाई ने भी चुनाव जीतकर उनके भरोसे पर मुहर लगा दी। ये उनके स्वभाव और बेदाग चरित्र का ही कमाल है कि उनके राजनीतिक विरोधी भी उनके सम्मान में पलक पावड़े बिछा देते थे। जिला प्रमुख, नगर विकास न्यास अध्यक्ष, मेयर और राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन रहते उनमें कभी गुमान नहीं दिखा। शहर और शहरवासियों के दुख-दर्द में सदैव आगे खड़े दिखाई दिए। आज उनके निधन पर शहरवासियों की रुलाई थम नहीं रही। उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डॉ. बी. डी. कल्ला, राजकुमार किराड़ू, हीरालाल हर्ष, मकसूद अहमद, राजेन्द्र जोशी, अरविंद मिड्ढा, महावीर रांका, नारायण चौपड़ा, गोपाल गहलोत, यशपाल गहलोत, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, नितिन वत्सस, अविनाश जोशी, नरेश जोशी, संजय पुरोहित, रविन्द्र हर्ष, बीकानेर प्रेस क्लब अध्यक्ष सुरेश बोड़ा, विमल छंगाणी, शिव भादाणी, जार के भवानी जोशी, श्याम मारू, मोहम्मद अली पठान सहित अनेक प्रबुद्धजनों, संगठनों ने गहरा शोक किया है।