Monday, December 23, 2024
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स्‍वच्‍छ भारत, समृद्ध भारत” विषयक संवाद कार्यक्रम आयोजित

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बीकानेर Abhayindia.com भाकृअनुपराष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केंद्रबीकानेर में मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम (16-31 दिसम्‍बर 2021) के तहत आज स्‍वच्‍छ भारत, समृद्ध भारतविषयक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्‍य अतिथि के रुप में प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छता के लिए सम्मानित मोहर सिंह यादव, अध्‍यक्ष, स्‍वच्‍छता प्रहरी संस्‍थान को एवं विशिष्‍ट अतिथि के रूप में डॉ. बी. डी. शर्मा, निदेशक, केन्‍द्रीय शुष्‍क बागवानी संस्‍थान, बीकानेर को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम की अध्‍यक्षता एनआरसीसी केन्‍द्र निदेशक डॉ. आर्तबन्‍धु साहू द्वारा की गई।

कार्यक्रम में विषयगत अभिभाषण प्रस्‍तुत करते हुए मोहर सिंह ने सर्वप्रथम केन्‍द्र की स्‍वच्‍छता को लेकर जागरूकता एवं इसके वास्‍तविक क्रियान्‍वयन की बधाई निदेशक एवं पूरे केन्‍द्र परिवार को संप्रेषित की। उन्‍होंने कहा कि धीरे धीरे पूरा भारत स्‍वच्‍छता के प्रति गंभीर होता जा रहा है। यह एक सुखद स्थिति है। यादव ने स्‍वच्‍छता से जुड़े अपने कार्य अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि स्‍वच्‍छता में आमजन की सहभागिता होने पर यह अभियान और अधिक तीव्र गति से आगे बढ़ सकेगा।

विशिष्‍ट अतिथि के रूप में डॉ. बी.डी. शर्मा ने भारतीय बागवानी फलफूलोंसब्जियों की चर्चा करते हुए कहा कि हमें देश में मांग के अनुरूप इनकी आपूर्ति बढा़नी होगी, इसके तहत 25 प्रतिशत नष्‍ट होने वाली फलसब्‍जी आदि के प्रसंस्‍करण व संग्रहण की ओर विशेष जागरूकता लाई जानी चाहिए। साथ ही जो वेस्‍टेज है, उसे अन्‍य विविधि स्‍वरूपों में भी उपयोग लाया जा सकता है।

केन्‍द्र के निदेशक एवं कार्यक्रम अध्‍यक्ष डॉ. आर्तबन्‍धु साहू ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में स्‍वच्‍छता के अभियान की शुरूआत से लेकर यदि आज के संदर्भ में बात करें तो स्थिति पूर्णतया बदली नजर आ रही है। डॉ. साहू ने अपने उदबोधन में महात्‍मा गांधी का स्‍वच्‍छता से जुड़ाव का उल्‍लेख करते हुए आगे कहा कि कूड़ेकरकट आदि से वातावरण दुषित होता है, इसलिए हमें जीरो वेस्‍ट की ओर आगे बढ़ाना होगा ताकि न केवल हम स्‍वयं स्‍वस्‍थ रहे सकेंगे अपितु हमारा राष्‍ट्र भी समृद्ध बन सकेगा। केन्‍द्र के स्‍वच्‍छता अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. आर. के. सावल ने इस अभियान की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। अंत में सदन के प्रति धन्‍यवाद के साथ इस कार्यक्रम का समापन किया गया।

 

 

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