










नई दिल्ली Abhayindia.com देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार पर रविवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में खूब मंथन चला। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी ने ये बात स्वीकार की है कि उन्होंने अमरिंदर के खिलाफ सामने आ रही शिकायतों को नजरअंदाज किया था। इसके साथ ही सिद्धू को भी हार के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
रिपोर्टस के मुताबिक, सोनिया गांधी ने ये बात तब कही जब कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन कहा कि अमरिंदर को कुछ समय पहले हटा दिया गया होता तो बेहतर रहता। इसपर सोनिया गांधी ने कहा कि अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के सीएम के रूप में जारी रखना एक गलती थी, तो मैं इसके लिए जिम्मेदार हूं। मैं केवल अमरिंदर सिंह को उनके खिलाफ शिकायतों के बावजूद बचाती रही। इस दौरान पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उस फैसले की सराहना की जिसमें उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया था। इन नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी ने ऐसा करके पंजाब समेत पूरे देश के लिए एक एसेट तैयार किया। इसके बाद इन नेताओं ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में हार के लिए जिम्मेदार ठहराया।
बैठक के दौरान अजय माकन ने कहा कि जब राहुल गांधी ने एक साधारण परिवार से आने वाले चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम पद के लिए उम्मीदवार बनाया तो सिद्धू के परिवार ने उनपर हमला किया। सिद्धू के परिवार ने चन्नी को अमीर बताकर पार्टी की संभावनाओं को कमजोर किया। चन्नी जब राज्य में बिजली की दरों में कटौती कर रहे थे तब ये सिद्धू थे जिन्होंने उनपर सवाल उठाए थे कि पैसे कहाँ से आएगा। ड्रग्स के मुद्दे पर भी सिद्धू ने पार्टी पर ही सवाल खड़े किये।
इस बीच, आपको बता दें कि अब चुनावों में पार्टी को जो हार मिली है उससे कांग्रेस के कई बड़े नेता यहाँ तक कि पंजाब कांग्रेस में भी सिद्धू के खिलाड गुस्सा बढ़ने लगा है। बताया जा रहा है कि पार्टी जल्द ही सिद्धू के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन ले सकती है।





