बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारत-पाक के बीच कायम तनाव को देखते हुए सरहदी जिलों के दौरे पर निकले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजकीय हैलीकॉप्टर से गुरूवार दोपहर करीब 12 बजे खाजूवाला पहुंचे, जहां बीएसएफ के सैक्टर मुख्यालय में जवानों और अधिकारियों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई करने के बाद बॉर्डर पर सुरक्षा बंदोबश्तों की जानकारी लेने के बाद शहीदों की विरांगनाओं को कृषि आवंटन के पट्टे दिए।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बीएसएफ के जवानों के बुलन्द हौसलों से हमारी सरहद पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने जवानों के जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि सरकार उनके साथ है। सरहद की रक्षा करने वालों को प्रदेश सरकारी की तरफ हर संभव सहयोग किया जाएगा। इससे पहले बीएसएफ सैक्टर मुख्यालय में बनाए गए विशेष हैलीपेड पर उतरे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, खाजूवाला विधायक गोविन्दराम मेघवाल, खाजूवाला प्रधान सरिता मेघवाल, रैंज पुलिस महानिरीक्षक डॉ. बी. एल. मीणा, जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम, पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा, पूर्व न्यास चैयरमेन हाजी मकसूद अहमद, शहर कांगे्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत समेत देहात कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे।
सैक्टर मुख्यालय में बीएसएफ जवानों और अधिकारियों से मुलाकात और सरहद के सुरक्षा बंदोबश्तों पर मंथन के बाद मुख्यालय के बाहर ही आयोजित आमसभा में पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले आतंकवाद के खिलाफ बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने शासनकाल में आंतकवाद का डटकर मुकाबला किया। आतंकवाद को खत्म करने के लिये कड़े फैसले लिये। आतंकवाद को खत्म करने में हमारी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजवी गांधी ने अपना बलिदान दे दिया।
गहलोत ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ केन्द्र सरकार की लड़ाई में कांग्रेस उसके साथ है। देश की रक्षा के लिये हर कदम पर कांग्रेस केन्द्र सरकार के साथ रहेगी, लेकिन सेना की कार्यवाही का राजनीतिकरण कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रवाद के नाम पर तानाशाही कर रही मोदी सरकार का यह रवैया ठीक नहीं है। प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा देते हुए गहलोत ने कांग्रेस सरकार ने अपने अल्पशासन काल में प्रदेश की जनता को सुशासन का अहसास करवा दिया है। आम सभा खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजकीय हैलिकॉप्टर से श्रीगंगानगर के लिये उड़ान भर गए।