जयपुर Abhayindia.com नीट यूजी-2024 को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस बीच, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर निशाना साधा है। सांसद बेनीवाल ने अपने सोशल मीडिया अकांउट एक्स पर लिखा कि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश को लेकर आयोजित हुई NEET UG परीक्षा से जुड़े मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्री @dpradhanbjp ने पदभार संभालते ही @NTA_Exams को क्लीन चिट देना और 24 घंटे बाद ही एजेंसी और अधिकारियों की जवाबदेही तय करने से जुड़ी बात कहने से यह साफ है कि केंद्र सरकार इस मामले में खुद की नाकामी को लगातार छुपाने का प्रयास कर रही है। लेकिन जिस प्रकार इस परीक्षा से जुड़े पहलू सामने आ रहे है उससे यह स्पष्ट है कि बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई है।
सांसद बेनीवल ने सवाल उठाते हुए कहा कि कई अभ्यर्थियों को मनचाहा सेंटर देना, पटना में जेल भेजे गए अभ्यर्थियों का उन्हे चार घंटे पहले प्रश्न पत्र और उत्तर मिलना स्वीकार करना और सैकड़ों छात्र जिनका परीक्षा के दौरान समय खराब नही हुआ, बावजूद इसके उन्हे ग्रेस अंक देना यह स्पष्ट कर रहा है की पेपर आउट होने से लेकर परीक्षा केंद्रों तक भारी गड़बड़ी हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि समाचार पत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर लगी याचिकाओं पर NTA से जवाब भी मांगा है। केंद्र को खुद आगे चलकर इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश करते हुए अविलंब इस परीक्षा को रद्द करना चाहिए।
बेनीवाल ने कहा कि चूंकि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश को लेकर देश की यह सबसे बड़ी परीक्षा है। शिक्षा मंत्री ने 24 घंटे में अपने बयान बदल दिए ऐसे में मेरी मांग है कि प्रधानमंत्री @narendramodi को खुद को भी इस मामले में वक्तव्य देना चाहिए! इस परीक्षा में हुई गड़बड़ी से देश के मेहनतकश छात्र आहत है और आंदोलित भी है। उनके साथ न्याय होना चाहिए और हम न्याय की लड़ाई में आंदोलित छात्र-छात्राओं के साथ खड़े है।
बेनीवाल ने आगे कहा कि NTA का मुख्य काम उच्च शिक्षा और विभिन्न सरकारी संस्थानों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कुशल, पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परीक्षाएं आयोजित करना है। लेकिन NEET UG परीक्षा से जुड़े इस मामले को देखने के बाद NTA की जवाबदेही पर अपने आप में यह भी बड़ा सवालिया निशान खड़ा हुआ है। क्या इस संस्था द्वारा आयोजित करवाई गई अन्य परीक्षाएं भी पारदर्शी रूप से आयोजित हुई अथवा नहीं? NTA संस्था संदेह के दायरे में है! नीट परीक्षा के मामले को लोक सभा में शपथ के साथ ही उठाऊंगा!