नापासर/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। दलित आंदोलन के तहत गत दो अप्रेल को भारत बंद के दौरान नापासर के मुख्य बाजार में व्यापारियों और बंद समर्थको के बीच हुई झड़प की घटना को लेकर दर्ज मामले में नामजद व्यापारियों और दुकानदारों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की खबर से समूचे कस्बे में आक्रोश की लहर व्याप्त हो गई है। इसके चलते मंगलवार को कस्बे के मुख्य बाजार और प्रमुख मार्गो की दुकानें-प्रतिष्ठान बंद रहे तथा व्यापारियों और प्रबुद्धजनों के शिष्टमंडल ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलक्टर को ज्ञापन देकर मामले की निष्पक्ष जांच कार्यवाही कराने की मांग की। व्यापार मंडल के आव्हान बेमियादी बंद के तहत कस्बे की तमाम दुकानें प्रतिष्ठान मुक्कमल रूप से बंद रही। वहीं अनेक व्यापारिक संगठनों ने नापासर व्यापार मंडल के बंद को समर्थन का आह्वान किया है। इधर, मंगलवार सुबह कलक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधि मंडल में नापासर के प्रबुद्ध व्यापारी दमालाल झंवर, किशनलाल सारस्वत, गोविन्दराम भाकर, छोटूलाल पांडिया, राजकुमार तंवर, संजय भार्गव के साथ बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल अध्यक्ष जुगल राठी, जिला उद्योग संघ अध्यक्ष डीपी पचीसिया, गुलाब गहलोत ाी शामिल रहे। प्रतिनिधि मंडल ने कलक्टर को बताया कि गत २ अप्रैल को भारत बंद के दौरान नापासर में माहौल पूरी तरह शांत था और बाजार की दुकाने खुलनी शुरू हो गई थी। इसी दरम्यान बाहर के कुछ उन्मादी तत्व बाजार में पहुंचे और तोडफ़ोड़, लूटपाट तथा गाली गलौच शुरू कर दी। दुकानदारों ने उनका विरोध किया तो उन्मादी तत्व हमलेबाजी पर उतर आये। जिन्हें पुलिस बल ने खदेड़ दिया और कस्बे में हालात काबू में आ गये। इसके अगले दिन उन्मादी तत्वों ने एक सोची समझी साजिश के तहत नापासर के व्यापारियों और दुकानदारों पर मारपीट और एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया। इसके बाद पुलिस ने व्यापारियों की ओर से भी उन्मादी तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया। व्यापारियों ने कलक्टर को अवगत कराया कि इस घटना में अपराध करने वाले लोग तो पहले ही रिकॉर्ड में नहीं और मुकदमे दर्ज लोगों में ४५ ऐसे नामजद हैं जिनको द्वेषतावश फंसाया गया है। प्रतिनिधि मंडल ने कलक्टर को यह भी अवगत कराया समूचे थाने में दर्ज इन मुकदमों को लेकर तत्कालीन सीओ सदर की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने के प्रयास किये और आश्वस्त किया कि दोनों ही मुकदमे में एफआर लगा देंगे। दोनों पक्ष इससे संतुष्ट भी हो गए, लेकिन अभी पता चला है कि पुलिस इस मामले में नामदज मुलजिमों को गिरफ्तार कर चालान करने की तैयारी है। प्रतिनिधि मंडल ने कलक्टर के समक्ष गुहार लगाते हुए कहा कि समूचे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए। |
2 अप्रेल के भारत बंद का मामला, बंद रहा नापासर का बाजार
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